चंद्रयान-3 अभियान को सफल बनाने में एमपी के युवा वैज्ञानिक ने निभाई भूमिका
चंद्रयान-3 अभियान को सफल बनाने में एमपी के युवा वैज्ञानिक ने निभाई भूमिका
भारत सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट चंद्रयान-3 अभियान को सफल बनाने में एमपी के उमरिया जिले के एक युवा वैज्ञानिक ने भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। जिनके सहयोग से विक्रम साराभाई अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र से उपग्रह एलव्हीएम एम-3 प्रक्षेपित किया जा सका। जो चंद्रमा पर जीवन की खोज करेगा। यह वैज्ञानिक है जिले के चंदिया में रहने वाले प्रियांशु मिश्रा, जो एक किसान के बेटे हैं। इन्होंने प्रारंभिक षिक्षा लेने के बाद देहरादून के एरोनाटिकल से बीटेक और रांची से एम टेक की पढ़ाई की। इसके बाद उनकी नियुक्ति वैज्ञानिक के रूप में इसरो में साल 2009 में की गई। तब से वे अंतरिक्ष में अनुसंधान को लेकर कई महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल कर चुके है। प्रियांशु को भारत सरकार ने कई पुरस्कारों से भी नवाजा है। साल 2017 में उन्हें यंग साइंटिस्ट मेरिट अवार्ड, साल 2022 में एक्सीलेंस अवार्ड मिला। उनकी प्रतिभा और कार्य दक्षता को देखते हुए तीन पदोन्नतियां मिल चुकी है। बताया जा रहा है कि प्रियांशु ने इसके पहले चंद्रयान-2 मिशन लॉन्चिंग में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे अब आदित्य मिशन और गगनयान में भी सहयोग कर रहे है। वही, चंद्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण के सहयोग करने पर जिले में खुशी का माहौल है। जिला प्रशासन की ओर से कलेक्टर डॉ कृष्ण देव त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक प्रमोद सिन्हा, सीईओ जिला पंचायत इला तिवारी सहित अन्य अधिकारियों ने उनकी इस उपलब्धि पर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।