सरकारी स्कूल में शिक्षक छात्रों के बैग का तकिया बनाकर फरमा रहे आराम, बच्चे लगा रहे स्कूल में झाड़ू
शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए शासन काफी प्रयास कर रहा है, लेकिन कुछ लापरवाह शिक्षकों की लचर कार्यशैली के चलते शासन की मंशा पर पानी फेरा जा रहा है। ऐसा ही एक मामला छतरपुर जिले के लवकुश नगर क्षेत्र की बजौरा प्राथमिक शाला से सामने आया है। जिसका वायरल वीडियो चर्चा का विषय बना है।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि इस स्कूल के प्रधानाध्यापक राजेश अरजरिया एक बच्चे के स्कूल बैग को तकिया बनाकर आराम फरमा रहे हैं और कक्षा के बच्चे स्कूल के बाहर खेलने में व्यस्त हैं। वही, इस मामले में ग्रामीणों ने कहा कि कलेक्टर संदीप जी आर सहित शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी लगातार ग्रामीण अंचलों की स्कूलों का औचक निरीक्षण कर शिक्षण कार्य को ठीक ढंग से करने के निर्देश दे रहे हैं लेकिन शिक्षकों पर इसका कोई असर नहीं पड रहा। वे स्कूल में सिर्फ खानापूर्ति के लिए आते हैं।
स्कूल आने के बाद ज्यादातर शिक्षक या तो इसी तरह से आराम फरमाते हैं, या फिर अपने मोबाइलों में व्यस्त रहते हैं। साथ ही शिक्षा का स्तर भी निम्न है। वही इस मामले में डीईओ एमके कौटिल्य ने बताया कि इस शिक्षक का वीडियो मेरे संज्ञान में आया है, जिसकी जांच के निर्देश संकुल प्राचार्य और विकासखंड शिक्षा अधिकारी को दिए गए हैं। संबंधित शिक्षक के खिलाफ कार्यवाही जाएगी। किसी भी शिक्षक को स्कूल में सोना नहीं चाहिए।