बारिश में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना अमृत सरोवर पूरा बह गया
बारिश में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना अमृत सरोवर पूरा बह गया जोरदार बारिष में पानी के साथ बहा अमृत सरोवर
निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का किया गया जमकर उपयोग
टीकमगढ जिले में जोरदार हुई बारिष के दौरान पूरा का पूरा अमृत सरोवर पानी के साथ बह गया, इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसे बनाने में किस तरह का घटिया निर्माण किया गया, बताया जा रहा है कि इस अमृत सरोवर के निरीक्षण के लिए उपयंत्री सहित कई अधिकारी, कर्मचारी भी तैनात किए गऐ थे लेकिन फिर भी गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया,
यह सरोवर सागर संभाग की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत चंदेरा में 13 लाख 29 हजार की लागत से हलकाई ढीमर के हार के पास बनाया जा रहा था, इस दौरान यह बात भी सामने आई कि जब इसका निर्माण किया जा रहा था, तब सरपंच और सचिव ने 9 लाख 2 हजार 512 रुपया आहरण कर लिये थे और पंचों को लगा कि अब इसका निर्माण भी बेहतर तरीके से नहीं हो सकेगा, इस बात के चलते पंचों ने जिला पंचायत सीईओ को आवेदन दिया था, जिसमें ग्राम पंचायत चंदेरा की सरपंच कमलेश चंद्रपाल सिंह बुंदेला और सचिव गफ्फार खान की कारगुजारियां बताई थी, साथ ही बताया था कि इसका निर्माण गुणवत्ता पूर्ण नहीं है और सभी काम मशीनों से करवाते हुए शासकीय राशि का गबन कर लिया गया, इसके अलावा इन पंचों ने जतारा विधायक हरिशंकर खटीक को भी ज्ञापन दिया था, लेकिन अब तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई. यहां तक कि अधिकारियों ने जांच करना भी उचित नहीं समझा, आखिरकार घटिया निर्माण की पोल खुल ही गई और सरोवर बह गया. ज्ञापन देने वालों में उपसरपंच सुरेश साहू, पंच राहुल आर्य, प्रेमचंद चौरसिया, विकास राय, जीतू उर्फ ज्योति अहिरवार, राजवती अहिरवार, आदि हैं.