सागर-रथ यात्रा से पहले हुआ था चमत्कार, कुंए ने उगला था "शुद्ध घी", बने थे भगवान के मालपुए !
देवों का प्रिय भोग मालपुए के रूप में लगाया जाता है, इन दिनों भगवान जगन्नाथ स्वामी बीमार होने के बाद स्वस्थ हो गए हैं, मंगलवार को गाजे-बाजे, धूम-धड़ाके हर्षोल्लास के साथ रथ यात्रा निकाली जाएगी, सागर जिले के गढ़ाकोटा में भी बरसों से यह परंपरा चली आ रही है, यहां पर दर्जनों गांव के हजारों लोग इस यात्रा में शामिल होने के लिए आते हैं, और प्रसादी के रूप में अपने घर मालपुए लेकर जाते हैं,
गढ़ाकोटा में रथ सज कर तैयार हो चुके हैं, प्रसादी बन रही है जिसमें करीब 100 लोगों के द्वारा मालपुए तैयार किए जा रहे हैं, वही इन मालपुए को लेकर बरसो पुरानी एक किवदंती भी है कहते है कि रथ यात्रा के लिए रात के समय प्रसादी तैयार की जा रही थी लेकिन शुद्ध घी खत्म हो गया जिसके बाद उस समय के महंत सिद्ध बाबा राम दास जी महाराज को यह चिंता हो गई कि अब और प्रसादी कैसे बनेगी सोचते समय उनकी झपकी लग गई और सपने आकर नर्मदा मैया ने कहा कि मंदिर के पास बने कुएं से पानी निकाल लो और जितना पानी लो उतना ही की सुबह इसमें डाल देना, इसके बाद मेहराज की नींद खुली तो वह अपने सेवादारों के पास में बनी झिरिया में पहुंचे, उससे पानी निकाला और कढ़ाई में डाल दिया जिसके बाद इस पानी ने शुद्ध घी का काम किया, इसी पानी से मालपुए तैयार किये गए,
इस चमत्कार को देखकर लोग अचरज में पड़ गए, सुबह है पूरे नगर में इस चमत्कार के चर्चे होने लगे, यही नहीं लोग उस कुंए को देखने पहुंचने लगे. लेकिन उसमें पानी था इसके बाद जब महंत के द्वारा इसमें दूसरे दिन शुद्ध घी डाला गया तो वह भी पानी बन गया.गढ़ाकोटा के पटेरिया तीर्थ क्षेत्र में 258वी रथ यात्रा मंगलवार को निकाली जानी है. यह यात्रा शाम 6 बजे से नगर में भ्रमण करते हुए रात 12 बजे जनकपुर मंदिर में पहुंचेगी जहां भगवान का स्वागत सत्कार होगा और वह 15 दिनों तक यहां पर आराम करेंगे हर दिन गांव वालों के द्वारा निमंत्रण दिया जाएगा