सागर - नौरादेही में बाघों की लड़ाई बाघ किशन मुश्किलों में तीन दिन से दिया जा इलाज
सागर के नौरादेही अभयारण्य में टेरिटरी को लेकर बाघों के बीच संघर्ष शुरू हो गया है। बुधवार को नौरादेही में दो बाघों से बीच घमासान लड़ाई हुई। लड़ाई में एन-2 बाघ किशन जख्मी हुआ है। 2018 में शिफ्टिंग के बाद यह पहला मौका है जब नौरादेही अभयारण्य में टेरिटरी को लेकर बाघों के बीच लड़ाई हुई है। इसका कारण नौरादेही में बढ़ता बाघों का कुनबा है। वन विभाग के अनुसार मंगलवार को एन-2 बाघ किशन के चेहरे पर पंजे के घाव के निशान देखे गए। तब पता चला कि इनके बीच लड़ाई हुई है।
नौरादेही में एन-1 राधा और एन-2 किशन है। जबकि एन-3 बाघ बाहर से आया है जो विचरण करते हुए नौरादेही के जंगल में पहुंचा है। एन-3 को छोड़कर नौरादेही में शेष बाघ राधा-किशन की ही संतान हैं। इसलिए नए बाघ के जंगल में आने से टेरिटरी को लेकर एन-2 बाघ किशन और बाहर से आए बाघ एन-3 के बीच लड़ाई हुई। पन्ना से आई टीम ने किया बाघ का इलाज घटनाक्रम सामने आते ही वन विभाग की टीम ने पन्ना टाइगर रिजर्व से डॉक्टर की टीम बुलाया। टीम नौरादेही पहुंची। जहां डॉ. संजय गुप्ता ने टीम के साथ हाथी की मदद से एन-2 बाघ किशन को तलाश किया और इलाज किया। बाघ किशन के जवड़े और चेहरे पर घाव हैं। वहीं लड़ाई के बाद से बाघ एन-3 घने जंगल में है। वह अब तक सामने नहीं आया है। टीमें जंगल में बाघ एन-3 की तलाश कर रही हैं। ताकि यदि वह घायल है तो उसका इलाज किया जा सके। नौरादेही अभयारण्य के एसडीओ सेवाराम मलिक ने बताया कि नौरादेही में बाघ एन-2 और एन-3 के बीच कुछ दिन पहले लड़ाई हुई है। एन-2 का इलाज किया गया है। एन-3 की तलाश में टीमें लगाई गई हैं।