दमोह के गंगा जमना स्कूल के संचालक मोहम्मद इदरीश के साम्राज्य का खुलासा हुआ है। दूध बेचने वाले परिवार के पास अब अकूत संपत्ति है। गंगा जमना स्कूल के संचालकों का दमोह सहित मध्यप्रदेश और दूसरे बड़े शहरों में अरबों का कारोबार फैला हुआ है। गंगा जमना बीड़ी के नाम से तेंदुपत्ता के बड़े बाजार पर कब्जा है। जंगलों से तेंदुपत्ता संग्रहण में भी एकाधिकार है. पक्ष विपक्ष के कई बड़े राजनेताओं से सीधे संबंध है।
2000 एकड़ से भी ज्यादा जमीन का मालिक स्कूल संचालक है। कपड़े के कारखाने, हार्डवेयर का काम, रेत खनन में भी एकतरफा काम, पेट्रोल पंप से लेकर दाल मिल्क का भी काम है। इसी दाल मिल से सऊदी अरब, यूएई में सप्लाई होती है। धर्मकांटा से लेकर सैकड़ों दुकान, दिल्ली, भोपाल, जबलपुर, हैदराबाद में कई फ्लैट और ऑफिस भी हैं। भोपाल में कई बड़े कपड़ों के शोरूम है, जिसका खुद मंत्री ने इसका उद्धघाटन किया था।
इधर, माइनिंग विभाग की टीम ने भी इदरीश खान और उनके परिवार की जमीनों की जांच शुरू कर दी है। दमोह-कटनी बायपास मार्ग पर पीएम आवास के सामने काफी जमीन है, जिसका नाप जोख चल रहा है। जबलपुर, भोपाल से अधिकारी यहां जांच करने के लिए पहुंचे हुए हैं।
धर्मकांटा सील, जमीनों की जांच कर रहा माइनिंग विभाग, वन विभाग ने वेयरहाउस पर मारा छापा
प्रशासन ने गंगा जमना फर्म के नवनिर्मित पेट्रोल पंप पर भी छापा मारा है। टीम जांच में जुटी हुई है। खनिज और खाद्य विभाग समेत कई विभागों के अधिकारी-कर्मचारी टीम में शामिल है। बता दें कि यह पंप दमोह हटा मार्ग के मानपुर पर स्थित है।
इधर, वन विभाग की टीम ने गंगा जमुना स्कूल के संचालक इदरीश खान के दमोह हटा मार्ग पर स्थित 2 वेयरहाउस पर छापामारी की है। यहां वेयरहाउस में टीम के द्वारा जांच की जा रही है। टीम को लीड कर रही तेंदूखेड़ा एसडीओ रेखा पटेल ने बताया कि अभी वेयरहाउस में तेंदूपत्ता की जांच की जा रही है। रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं, जहां-जहां भी इनके इस तरह के वेयर हाउस हैं या जो भी तेंदूपत्ता रखने के भंडारण क्षेत्र है। वहां पर भी जांच की जाएगी।
हिंदू लड़कियों को हिजाब पहनाने पर सीएम शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद गंगा जमना स्कूल के संचालकों के खिलाफ जांच तेज हो गई है। आज अलग-अलग विभागों की टीम ने उनके ठिकानों पर दबिश दी है। इस दौरान प्रशासन ने जबलपुर नाका बाईपास स्थित गंगा जमना धर्मकांटा को सील कर दिया। साथ ही नाप तौल विभाग के अधिकारियों ने बाट समेत कई उपकरण भी जब्त किए हैं।
जबलपुर से माइनिंग चीफ अनिल नारनोरे, माइनिंग ऑफिसर आरपीएस भदौरिया और भोपाल से माइनिंग ऑफिसर मनीष पालीवाल जांच करने आए हैं। माइनिंग चीज अनिल ने बताया कि अभी दमोह माइनिंग ऑफिसर से जानकारी ली गई है कि कहां-कहां इदरीश खान की संपत्ति है। उसकी जांच की जा रही है। माइनिंग के हिसाब से सारे नियमों को देखा जा रहा है और अभी कई जगह टीमें जांच करने के लिए पहुंचेगी। जो भी कार्रवाई होगी, पूरी जांच करने के बाद ही बता पाएंगे।