सागर-इन छोटी छोटी सी बीमारियों को न करे इग्नोर नहीं तो वंश बढ़ाने में होगी परेशानी
क्या आप जानते है डिप्रेशन की बीमारी से हो सकता हैं बांझपन
सागर-इन छोटी छोटी सी बीमारियों को न करे इग्नोर नहीं तो वंश बढ़ाने में होगी परेशानी
सागर जिले की बुंदेलखंड मेडिकल कालेज में पुरुष बांझपन के विसय पर संगोष्ठि आयोजित की गई। जिसका आयोजन टीबी एवं चेस्ट विभाग, एसोसिएशन ऑफ़ फिजिशियंस ऑफ़ इंडिया सागर और इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन सागर के तत्तावधान में किया गया। संगोष्ठि में डाक्टरों ने पुरूस बांझपन के कारण, निदान आदि पर प्रकाष डाला आयोजित संगोष्ठि में डॉ राजीव जैन ने बताया कि पुरुषों में शुक्राणु कम होते जा रहे हैं जिसकी वजह से बच्चे नहीं होने की संभावना बढ़ रही रही है। डॉ विक्रम सिंह चौहान ने बताया के 60 से कम आयु के पुरुषों में लगभग 12 प्रतिशत ,60 से अधिक आयु के लोगों में 22 प्रतिशत और 70 या उससे अधिक उम्र के लोगों में 30 प्रतिशत पुरुष बांझपन पाया जाता है। इसका मुख्य कारण दिल संबंधी रोग, डायबटिज़, कैंसर, डिप्रैशन, नशीली दवाओं के सेवन, शराब आदि है। कार्यक्रम में डॉ तल्हा साद, डॉ जागृति किरण , डॉ एस के सिंह, डॉ डी के पिप्पल, डॉ दिवाकर मिश्रा, डॉ रोशी जैन, डॉ प्रदीप सिंह चौहान , आदि मौजूद थे।