सागर-बीएमसी के डॉक्टर बोले नहीं चाहिए पदोन्नति,बताई ये बड़ी वजह || SAGAR TV NEWS ||
सागर के बीएमसी स्थित माइक्रोबायोलॉजी विभाग में पदस्थ असिस्टेंट प्रोफेसर ने कॉलेज में होने वाली सभी तरह की पदोन्नतियों से खुद को अलग कर लिया है। उन्होंने डीन को दिए पत्र में इसकी वजह भी बताई। और बोले की हर बार नियम बदलकर निजी स्वार्थ पूरे किए जा रहे हैं। ये डॉक्टर असिस्टेंट प्रोफेसर सुमित कुमार रावत हैं जो 13 साल से माइकोलॉजी विभाग में हैं। उन्हें 2018 में सहप्रध्यापक नियुक्त किया गया था। बताया गया की 2014 से अब तक दर्जनों बार कॉलेज स्तर पर प्रस्ताव मंगाए, स्वीकृत भी किये लेकिन पदोन्नति आदर्श जरी नहीं किये। हर बार नई प्रक्रिया शुरू की जाती है। इसको लेकर डॉ. सुमित रावत ने बताया की इसके नियम बने हुए हैं। अगर आठ साल प्रमोशन नहीं हुआ तो इसके बाद वो ऑटोमेटिक हो जाता है। उन्होंने इसमें भेदभाव के भी आरोप लगाए। आठ साल प्राइवेट में काम करने वाले को प्राथमिकता दी जाती है। जबकि सरकारी में बीस साल वाले को दरकिनार किया जाता है। वहीं इसके अलावा डॉक्टर सुमित रावत ने कहा की बीएमसी में बाहर के लोगों को ज्यादा तवज्जो दी जाती है। सागर के लोगों को नहीं। उन्होंने कहा की सागर के लोगों को जान बूझकर बाहर कर दिया जाता है।--------