सागर-दिल्ली से आई विशेष टीम अचानक पहुँची खुरई सिविल अस्पताल
सागर जिले के खुरई की सिविल अस्पताल में दिल्ली के एम्स अस्पताल से आए दो सदस्यीय दल ने नेशनल असिस्मेंट आफ लक्ष्य को लेकर जांच की। इस जांच का उद्देश्य बच्चों की डिलेवरी के समय शिशुओं और माताओं की मृत्यु दर को कम करना है। निरीक्षण के दौरान जांच दल ने अस्पताल के लेबर रुम में डिलेवरी के समय अपनाये जाने वाले प्रोटोकाल सहित अन्य व्यवस्थाओं को देखा। साथ ही वहां पर पिछले एक साल में हुई डिलेवरियों की रिपोर्ट भी चेक की। जिसमें यह देखा गया कि कितने बच्चों का जन्म हुआ और कितने बच्चों और माताओं की जान गई। सदस्यांे ने लेबर रुम में डिलेवरी कराने वाले डॉक्टरों और नर्साे की भी कार्य प्रणाली को जांचा। साथ ही लेबर रुम में स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये उपकरणों और अन्य सुविधाओं के रख रखाव सहित उपयोग के तरीकों की भी जांच की। हांलाकि सिविल अस्पताल के लेबर रुम का प्रोटोकाल और व्यवस्थाओं सहित रिकार्ड संधारण को लेकर दिल्ली की टीम संतुष्ट नजर आई। इसके अलावा जांच दल ने लेबर रुम और अस्पताल की सुरक्षा को लेकर अग्निशामक यंत्र की जांच की और अस्पताल कर्मचारियों से उसके उपयोग करने का तरीका डेमो करवाकर देखा। ताकि आगजनी जैसी घटनाओं से बचा जा सके।