जिस स्कूल में बैठ सकती हैं सिर्फ 720 छात्राएं वहां 1800 को बिठाया जा रहा !
बुंदेलखंड का एक सरकारी स्कूल ऐसा भी है जहाँ पर स्टूडेंट्स के बैठने की क्षमता सिर्फ 720 है लेकिन फिर भी 1800 से ज्यादा बच्चे यहाँ पर बैठते हैं। ये कैसे बैठते हैं और पढ़ते हैं ये तो स्कूल वाले ही जानते होंगे। मामला दमोह जिले के पथरिया नगर समेत क्षेत्र का इकलौता सरकारी आदर्श गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल का है। जहां छात्राओं को बैठने की जगह न होने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आधे बच्चे जमीन में तो आधे दीवारों पर बने रैक तो कुछ बच्चे खड़े होकर पढ़ाई करते हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस स्कूल के बच्चों की पढ़ाई का स्तर कैसा होगा। इस स्कूल में 16 कमरों में केवल 720 बच्चों को बैठने की जगह है। लेकिन स्कूल में 1800 से ज्यादा छात्राओं के नाम दर्ज हैं। जिससे स्कूल दो पाली में लगती है। पहली पाली में कक्षा छठवीं से आठवीं तक 250 और कक्षा ग्यारहवीं की आर्ट विषय की 450 छात्राएं रहती हैं। इस तरह 700 वहीं दूसरी पाली में कक्षा नौंवी से बारहवीं की 1130 छात्राओं को अलग-अलग सेक्शन में बैठाकर पढ़ाई की जाती है। हर कक्ष में 40 से 60 छात्राओं के बैठने की व्यवस्था है वहां दोगुनी संख्या में छात्राएं बैठ रही हैं। स्कूल में कुल 16 कमरे हैं। जिनमें से एक में प्रयोगशाला लैब भी संचालित हैं। करीब 200 छात्राएं तो यहीं बैठती हैं। जिनमें कुछ रैक पर बैठती हैं कुछ जमीन पर, तो कुछ खड़ी रहकर पढ़ाई करती हैं। छात्राओं ने बताया की जगह की कमी होने से वो अच्छे से बैठ भी नहीं पाती। कुल मिलाकर ठसाठस वाली स्थिति होती है जिससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है की ये सभी छात्राएं कैसे पढ़ती होंगी। मामले में स्कूल के प्राचार्य सुभाष जैन ने जानकारी दी।