देखिये मामा शिवराज ऐसे स्कूल पढ़ने के लिए जाते हैं हमारे नौनिहाल
देखिये मामा शिवराज ऐसे स्कूल पढ़ने के लिए जाते हैं हमारे नौनिहाल
जान हथेली पर रखकर तालीम हासिल करने जाते नौनिहाल
स्कूल जाने के लिए नौनिहालों का जान जोखिम में डालते हुए फिर एक ताजा मामला सामने आया है। तालीम हासिल करने आधा दर्जन गांवों के छात्रों को जान हथेली पर रखकर इसी तरह से सफर करना पड़ता है। ये तस्वीरें उमरिया जिले की हैं। जहां सर्सवाही गांव स्थित सरकारी हायर सेकण्डरी स्कूल का है। जहां स्कूली ड्रेस पहने हुए ये छात्र अपना भविष्य गढ़ने नदी पार कर इस तरह से स्कूल पंहुच रहे हैं। जिले में बीते दिनों हुई तेज बारिश से करहिया स्टॉप डैम बहाव में बह जाने से जहां एक पुलिस के जवान की जान चली गयी थी। तो वहीं धनवाहि गांव में नाले में बहा 12 साल का मासूम अभी भी लापता है। बावजूद इसके ये खतरनाक मंजर जनप्रतिनिधियों की संवेदनहीनता को दर्शाता करता है बता दें की सर्सवाहि हायर सेकंडरी स्कूल में आधा दर्जन से भी ज्यादा गांव मझगवां, बरतराई, ददरौडी, कोडार, बरदोहा, बरबसपुर, खेरवा, सरसवाही के छात्र पढ़ने पंहुचते हैं। हर साल बारिश के मौसम में स्कूली छात्रों को इसी तरह जान की बाजी लगाकर सफर करना पड़ता है। मामले में जिला शिक्षा अधिकारी उमेश धुर्वे के मुताबिक बच्चों से बारिश तक स्कूल न आने को कहा है उन्हें वहीं स्कूलों में पढ़ने की व्यवस्था करेंगे।