अपनों से दूर रहने बंगाल से इंदौर आई नाबालिग, पुलिस ने बुआ के सुपुर्द किया
16 साल की लड़की आजादी की तलाश में पश्चिम बंगाल से इंदौर आ गई। नाबालिग अपने माता-पिता से अलग मुर्शिदाबाद में बुआ के साथ रहती है। उसके माता-पिता अलग हो चुके हैं। उन्हें एक-दूसरे का साथ पसंद नहीं है। पिता दुबई में रहते हैं और मां मुंबई में हैं। ऐसे में बेटी भी सबसे अलग आजाद रहने निकली थी। नाबालिग को पिता ने अपना डेबिट कार्ड दे रखा है। इसी डेबिट कार्ड से उसने फ्लाइट का टिकट बुक कराया था।इंदौर में रुकने के लिए नाबालिग होटलों में गई। एक-दो होटलों में उसकी उम्र देखकर कमरा देने से मना कर दिया गया। फिर एक होटल ने उसे संदिग्ध मानकर कमरा दे दिया। कमरा देने की फॉर्मेलिटी पूरी होते ही, होटल मैनेजर ने एमजी रोड पुलिस को सूचना दे दी।पुलिस होटल पहुंची। नाबालिग को बुलाकर यहां रुकने का कारण पूछा। नाबालिग ने पुलिस को बताया कि वह आजादी चाहती है। अपनी फ्रेंड के कहने पर इंदौर रहने आई है। उसकी फ्रेंड भी इंदौर ही आने वाली थी। TI डीवीएस नागर के मुताबिक नाबालिग पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद की रहने वाली है। वह 7 फरवरी को फ्लाइट से इंदौर पहुंची। पुलिस को एमजी रोड स्थित कोठारी मार्केट के सामने होटल राजवाड़ा के मैनेजर अमोल काले ने सूचना दी थी।नाबालिग ने पुलिस को बताया कि उसके माता-पिता के बीच विवाद चल रहा है। इसी कारण दोनों 8 साल से अलग रह रहे हैं। नाबालिग मुर्शिदाबाद में अपनी बुआ के घर रह रही थी। वह भी अपने माता-पिता की तरह सबसे अलग रहना चाहती थी। पिता सउदी अरब के दुबई में एक निजी कंपनी में क्लर्क है माता पिता स्वेच्छा से अलग हो गए थे। जिसमें बेटी को पिता ने अपनी बहनों के सुपुर्द किया था। यहां 10 के बाद नाबालिक ने पढ़ाई छोड़ दी थीनाबालिग से बातचीत करने के बाद पुलिस ने मुर्शिदाबाद से उसकी बुआ को बुलाया, जो बुधवार को इंदौर पहुंची। पुलिस ने पूरा घटनाक्रम बताकर उसे बुआ के सुपुर्द कर दिया।