बीना में चोटिल युवक को समाजसेवी ने पहुँचाया अस्पताल पता चला एक साल से घर से गायब था
कहा जाता है की मानवता का धर्म निभाना सबसे बड़ी सेवा माना जाता है। सागर के बीना में भी एक समाजसेवी ने मिसाल पेश की है। जहाँ गंभीर हालत में तीन दिन से घायल पड़े लावारिस व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया। उसमें एक बात और भी दिलचस्प है की युवक घर से लपात था जो अब परिवार से मिलेगा। दरअसल बीना के समाजसेवी बीडी रजक को सूचना मिली थी की पश्चिम रेलवे कॉलोनी में एक 20 साल का युवक गंभीर रूप से घायल हालत में लाल पुल के पास पड़ा है। जिसके बाद समाजसेवी उसके पास पहुंचे और उसे टैक्सी की मदद से स्थानीय सिविल अस्पताल लेकर गए। जहां उसका इलाज जारी है। उन्होंने घायल युवक से परिवार की जानकारी मांगी लेकिन भाषा समझ न आने के कारण युवक ने लिखकर अपनी जानकारी बताई। जिसके बाद उसके परिवार से संपर्क किया गया जहाँ उसकी पहचान मोनू गुप्ता निवासी गाजीपुर के रूप में की गयी परिजनों से पता चला की युवक करीब 1 साल से घर से लापता है। जिसकी तलाश परिवार कर रहा था जो मानसिक रूप से कमजोर है। जानकारी मिलते ही परिवार के लोग उसे लेने बीना पहुंच रहे हैं।