सागर- बुंदेलखंड के प्राचीन वृंदावन मंदिर में उमड़ रही है महिलाओं की भीड़ || SAGAR TV NEWS ||
बुंदेलखंड के सबसे बड़े और एतिहासिक मंदिरों में शुमार सागर स्थित वृन्दावनबाग़ मंदिर में कार्तिक महीने में ऐसी भीड़ उमड़ रही है की पांव रखने तक जगह मुश्किल है। इस मंदिर की स्थापना मराठा काल में हुई थी। तब से लेकर आज तक यह आस्था का केंद्र बना हुआ है। हिन्दू धर्म के प्रमुख त्यौहारों वाले कार्तिक मास महीने में घाट पूजन के लिए सैकड़ों सालों से यहां महिलाओं का तांता लगता है। बुधवार सुबह चार बजे पट खुलने के बाद से ही मंदिर में भक्तों का आना शुरू हुआ जो निरंतर जारी रहा। ऐसी मान्यता है कि कार्तिक महीने में माता लक्ष्मी धरती पर विचरण करती हैं। और भगवान विष्णु ब्रम्ह मुहूर्त में देवालयों में आते हैं। सुहागनें सुख समृद्धि और ऐश्वर्य के लिए तो कुवारी लड़कियां शादी के लिए तुलसी पूजन, दीपदान कर भगवान को प्रसन्न करती हैं। महंत नरहरुदास ने बताया कि महंत वृंदावनदास ने झूला महोत्सव परंपरा शुरू की थी तभी से कार्तिक महोत्सव मनाया जाता रहा है। मान्यता है कि यहां के कदमघाट पर सप्तमी के दिन ठाकुर जी का सानिध्य मिलता है। इस महीने में करवा चौथ, धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा, छठ महापर्व और देवोत्थान एकादशी समेत कई पर्व हैं। कार्तिक के समय भगवान विष्णु ने देवताओ को जालंधर राक्षस से मुक्ति दिलाई थी। साथ ही मत्स्य का रूप धरकर वेदों की रक्षा की थी। इस प्रकार कार्तिक में कई कथायें हैं। कार्तिक महीने में कई विशेष तिथी और कथाएं होती हैं।