33 साल की उम्र में भटकर पहुंचा था सागर का ये शख्स पाकिस्तान अब होगी वतन वापसी
मध्यप्रदेश के सागर जिले के ग्राम घोषी पट्टी से करीब 23 साल पहले घर से लापता हुए प्रहलाद सिंह राजूपत पाकिस्तान की जेल से रिहा होकर अपने वतन लौट रहे हैं। प्रहलाद सोमवार को अमृतसर पहुंच जाएंगे। उन्हें लेने के लिए पुलिस और परिवार वाले पहुंचेंगे।23 साल पहले प्रहलाद पुत्र फुंदीलाल राजपूत घर से लापता हो गए थे। तब उनकी उम्र 33 साल थी। इसके बाद परिवार वालों ने उन्हें काफी तलाश किया लेकिन उनका पता नहीं चला। इसी बीच वह पाकिस्तान पहुंच गए और उन्हें पकड़कर जेल में बंद कर दिया गया। तभी से वह पाकिस्तान की जेल में कैद थे। सागर पुलिस और भारत सरकार के प्रयासों के बाद अब 56 साल की उम्र में प्रहलाद अपने वतन लौट रहे हैं।प्रहलाद के छोटे भाई वीर सिंह राजपूत निवासी घोषीपट्टी ने बताया कि साल 1998 में बड़े भाई प्रहलाद सिंह मानसिक रूप से कमजोर थे। उनका इलाज भी चल रहा था। उनके लापता होने के बाद बहुत तलाश किया लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला। प्रहलाद पाकिस्तान कैसे पहुंच गए इसके बारे में किसी को कुछ नहीं पता लेकिन उनका पता चलने के बाद पाकिस्तान से घर लाने के लिए प्रयास शुरू किए। प्रहलाद के पाकिस्तान की जेल में बंद होने की खबर सुनने के बाद प्रहलाद की माँ उनके घर लौटने का इंतजार करती रही थी। बेटे का चेहरा देखना चाहती थी। साल 2016 में उनकी तबीयत बिगड़ी और निधन हो गया। सागर एसपी अतुल सिंह ने बताया कि