क्या अपने कभी पत्थर की नाव जो पानी मे तैर सकती है देखी है । नही देखी तो आज हम आपको दिखाते है एमपी के सागर शहर में स्थित जिला पुरातत्व संग्रहालय में एक ऐसी पत्थर की नाव रखी है जो 19वी सदी की है । ये नायाब नाव पानी में तैरती है । म्यूजियम में रखी यह नाव आकर्षण का केंद्र है। एक पत्थर पर कारीगरी कर इसे 36 सेंटीमीटर लंबा बनाया गया है । इसकी ऊंचाई व चौड़ाई 9 सेंटीमीटर है । इस नाव का वजन 5 किलो है । इतना ही नहीं 5 किलो वजनी पत्थर की नाव 800 ग्राम वजन लेकर पानी में तैरती रहती है । इसमें खास बात यह है की एक पत्थर की कटिंग करके नाव को बनाया गया। नाव की कारीगरी करते समय यह ध्यान रखा गया है कि नाव का घनत्व पानी के घनत्व से कम हो इसी विशेषता की वजह से पानी से कम घनत्व वाली नाव तैरती रहती है पुरातत्व संग्रहालय के मार्गदर्शक आर.के. मिश्रा बताते हैं की इस नाव को साल 30 साल पहले भूरे खान नाम के भाई जान ने म्यूजियम को दान की थी तब से यह रखी हुई है । लोग इसे देखने आते हैं ।