बाढ़ के बाद इन ग्रामीणों का सब कुछ हुआ तहस नहस कलेक्ट्रेट के सामने सड़क पर बैठ किया हंगामा
अशोकनगर जिले के आदिवासी बहुल गांव टकनेरी में 1 सैकड़ा से ज्यादा लोग कलेक्ट्रेट के सामने सड़क पर बैठ गए हैं ।इस कारण ईसागढ़ रोड पूरी तरह से आवागमन के लिए अब अवरूद्द हो गया है।कलेक्ट्रेट के सामने बैठे इन लोगों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं। इनकी मांग है कि हाल ही में आई बाढ़ के बाद कई परिवारों के कच्चे घर गिर गए हैं ।इसके अलावा इस गांव में पहले से ही पीने के पानी, लाइट और सड़क की समस्या है ।साथ ही उनका कहना है कि आदिवासी बस्ती में सभी लोगों के पास राशन कार्ड भी नही है। इन आदिवासी लोगों के साथ कांग्रेस के कई नेता धरना प्रदर्शन में शामिल हुए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।साथ ही इनकी मांग है जब तक कलेक्टर खुद जाकर गांव का सर्वे नहीं करेंगे तब तक वह सड़क से नहीं उठेंगे।बता दे की बाढ़ से ज्यादा प्रभावित हुआ मुंगावली का ढीचरी गांव जहाँ इस गांव के लगभग 80%लोग प्रभावित हुए उन लोगो ने भी सड़क जाम कर दिया ।आरोप है की बाढ़ के बाद अभी तक कोई भी पटवारी या कर्मचारी सर्वे करने नही आया। बाईट अशोकनगर शहर की सीमा से बिल्कुल सटा टकनेरी गांव शत-प्रतिशत आदिवासी बाहुल्य गांव है। जिला मुख्यालय से लगे होने के बाद भी यह गांव लंबे समय से मूलभूत सुविधाओं से परेशान हैं।