भूखे प्यासे पेड़ और टापू पर फंसे लोगों को आखिरकार बचा लिया गया
एमपी के गुना में पिछले 2 दिनों से बाढ़ के पानी में घिरे रहने के बाद आखिरकार 10 ग्रामीणों की जिंदगियां बचा ली गईं। बमोरी तहसील के भौंरा पथरिया, चीम रामपुर और चक पीपल्या गाँव में 10 ग्रामीण बारिश के पानी में फंस गए थे। किसी ने पेड़ पर चढ़कर तो किसी ने टापू के ऊपर बैठकर अपनी जान बचाई। 2 दिनों तक बाढ़ में भूखे प्यासे फंसे रहने के बाद बुधवार को सकुशल बचा लिया गया। AIR FORCE का हेलीकॉप्टर पहुँचने से पहले ही सभी लोगों का स्थानीय स्तर पर रेस्क्यू कर निकाला गया। दरअसल लगातार हो रही बारिश के कारण गुना जिले में भी बाढ़ के हालात बन गए हैं। जिले में अब तक 1100 MM बारिश हो चुकी है। जलप्रलय से ग्रामीण इलाकों में पानी भर गया है। बमोरी तहसील में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है। बमोरी के तीन गाँव में 10 लोग, चक पीपल्या गाँव में फंसे कजोर मीना, चीम रामपुर गाँव में फंसे शंकर कुशवाह और भौंरा पथरिया गाँव में फंसे सिख समुदाय के एक ही परिवार के 8 लोगों को प्रशासन और स्थानीय लोगों की मदद से बचा लिया गया। सभी को मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए भेजा है। इसको लेकर गुना के कलेक्टर फ्रेंक नोबल खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़कर पल पल का फीडबैक देते रहे। वहीँ दूसरी तरफ जिले में मौजूद होने के बावजूद बमोरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक और पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया रेस्क्यू ऑपरेशन से पूरी तरह नदारद रहे।