लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की साख दांव पर
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की साख दांव पर लगी है. क्योंकि मोदी-शाह के गृह राज्य गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों पर तीसरे चरण में 23 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. पिछले दो दशक से यहां बीजेपी का कब्जा है. 2014 में बीजेपी गुजरात में क्लीन स्वीप करते हुए सभी 26 सीटें जीतने में सफल रही थी.लेकिन, साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जिस तरह से प्रदर्शन किया है. इसके बाद लोकसभा चुनाव में मोदी-शाह को अपने प्रदेश में बीजेपी के वर्चस्व को बरकरार रखने की कड़ी चुनौती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार गुजरात से चुनावी मैदान में नहीं उतरे हैं, लेकिन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह गांधीनगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. यह सीट बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी की रही है, जिन्हें पार्टी ने इस बार टिकट नहीं दिया है. गुजरात बीजेपी की प्रयोगशाला मानी जाती है. ऐसे में नरेंद्र मोदी गुजरात में चुनावी प्रचार करते हुए सभी सीटों को एक बार फिर से जीतने की लगातार अपील कर रहे हैं.
कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव में गुजरात की 26 सीटों में से आधी सीटें जीतने का टारगेट फिक्स किया है. कांग्रेस ने मिशन-13 का प्लाना बनाया है. ये सभी सीटें गुजरात के ग्रामीण इलाके की हैं, इनमें आणंद, अमरेली, बनासकांठा, साबरकांठा, पाटन, जूनागढ़, दाहोद, बारडोली, सुरेंद्रनगर, जामनगर, पोरबंदर, भरूच और मेहसाणा लोकसभा सीट शामिल हैं.
दरअसल कांग्रेस इन सीटों को जीतने के लिए इसलिए फोकस कर रही है कि विधानसभा चुनाव में इन सीटों पर नतीजे उसके पक्ष में थे. इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जिस तरह से किसानों के मुद्दे को उठा रहे हैं और गरीबों को 72 हजार रुपये सालाना देना का वादा किया है. इससे कांग्रेस को यहां और मजबूती की उम्मीद नजर आ रही है.
नरेंद्र मोदी के लिए सत्ता में लगातार दूसरी बार अपने गृह राज्य गुजरात को जीतने की चुनौती है. ऐसे में अगर विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में सीटें घटती हैं तो मोदी और शाह के ऊपर सवाल उठना लाजिमी है. इसीलिए तीसरा चरण बीजेपी के इन दोनों शीर्ष नेतृत्व के लिए काफी अहम माना जा रहा है.