मुफ्ती अब्दुल रज्जाक साहब को गार्ड ऑफ ऑनर देकर किया सुपुर्द-ए-खाक चप्पे चप्पे पर पुलिस रही तैनात
राजधानी भोपाल के सबसे पुराने और बड़े मदरसा मस्जिद तर्जुमा वाली के संस्थापक संचालक मुफ्ती अब्दुल रज्जाक साहब का बुधवार रात इंतकाल हो गया। स्वतंत्रता सेनानी रहे मुफ्ती रज्जाक के इंतकाल की खबर से शोक की लहर छा गई। गुरुवार को उनके जनाजे में शामिल होने के लिए लोग जमा होने लगे। इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन ने पुराने भोपाल को पूरी तरह सील कर दिया। और भारी पुलिस बल तैनात किया गया। दोपहर बाद गार्ड ऑफ ऑनर देकर उन्हें कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किया गया। कलेक्टर और डीआईजी ने लोगों से घरों में रहने की अपील की। और जगह जगह बैरिकेट लगाकर रास्ते बंद किये गए। गौरतलब है कि मुफ्ती अब्दुल रज्जाक साहब राजधानी के सबसे बड़े दीनी मदरसा के संचालक थे। शहर और प्रदेश भर के कई बड़े काजी, मुफ्ती और आलिम उनके शागिर्द रहे हैं। स्वतंत्रता सेनानी रहे रज्जाक को सियासी, सामाजिक, दीनी और हर वर्ग में समान सम्मान हासिल था। प्रशासन को पहले ही भारी भीड़ का अंदाज़ा होने के चलते सभी प्रमुख रास्ते बंद कर दिए थे। वहीं लॉक डाउन के हालात और कर्फ्यू की पाबंदियों के बीच लोगों के जमा होने की संभावना को देखते हुए मुफ्ती के परिजन ने ऐन वक्त पर कार्यक्रम में बदलाव कर दिया है। पहले तय समय दोपहर दो बजे की बजाय नमाज दोपहर 12 बजे इकबाल मैदान की बजाय तर्जुमा वाली मस्जिद में ही अदा करने की बात परिजनों ने कही। लेकिन प्रशासन ने इजाजत नहीं दी। दफनाने के लिए भी कम संख्या में लोगों को शामिल होने की हिदायत दी गई थी।