सागर- मानवता तार-तार, पूरा बिल नहीं भरा तो संक्रमित महिला की बॉडी देने से इंकार
महामारी के दौर में जब सरकार से लेकर आम लोग तक एक दूसरे की मदद करने के लिए हाथ बढ़ा रहे हैं तब प्राइवेट अस्पताल आपदा को अवसर बनाने में तुले हुए हैं ऐसा ही मानवता को तार-तार कर देने वाला एक मामला सागर के मकरोनिया के बटालियन रोड स्थित राय हॉस्पिटल से सामने आया है, आरोप है कि इलाज के पैसे नहीं देने पर कोरोना पॉजिटिव मृत महिला की अस्पताल प्रबंधन ने बॉडी देने से मना कर दिया, परिजनों का कहना है कि पहले उन्हें आयुष्मान कार्ड के नाम पर इलाज करने को कहा गया था लेकिन बाद में वह इससे मुकर गए, नरयावली विधायक के हस्तक्षेप के बाद परिजनों को महिला का शव मिल सका विधायक प्रदीप लारिया ने कहा कि सुबह इसको लेकर जानकारी मिली थी जिसे जिला प्रशासन को बताया अब शव तो मिल गया है लेकिन नगर पालिका ही इसका अंतिम संस्कार करेगी।
दरअसल तीन दिन पहले रजाखेड़ी निवासी एक महिला कोरोना शिकायत पर अस्पताल में एडमिट हुई लेकिन मंगलवार की देर रात ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गई, अस्पताल प्रबंधन उनसे 58 हजार रूपये की मांग कर रहा था महिला के परिजन पैसे नहीं डी पाय तो उन्होंने बॉडी नहीं दी, मृतिका के परिवार ने दूसरे दिन सुबह विधायक को इसकी जानकारी दी थी साथ ही यह भी बताया कि पहले आयुष्मान कार्ड के लिए बोला था लेकिन बाद में एक्सेप्ट करने से मना कर दिया। उनके हस्तक्षेप के बाद 11 बजे में शव दिया गया।
वही इसको लेकर राय हॉस्पिटल के प्रबंधन का कहना है कि मामला शॉट आउट कर दिया पहले ही दिन कह दिया था कि गंभीर हालत है भोपाल ले जाओ, और आयुष्मान के लिए पहले दिन बोला था तो मना किया था अब उनकी बेटी बोली बिल दो और आयुष्मान एड कर लो तो हमने कहा ऐसा नहीं कर सकते पहले दिन क्यों मना किया था अब सब कुछ क्लियर है बॉडी भी दे रहे है।