एमपी के विदिशा से बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया। जहां एक युवक ने अपनी गर्भवती पत्नी की हालत बिगड़ते देख पहले एम्बुलेंस को बुलाया
उसमें ऑक्सीजन होने से उसे हाईजैक कर लिया।
मुखर्जी नगर निवासी सुनील कुशवाहा की कोरोना पॉजिटिव और गर्भवती पत्नी आरती कुशवाहा के लिए ऑक्सीजन की जरूरत थी। इसलिए उसने एंबुलेंस को पहले पुतली घाट घर पर बुलाया फिर तोड़फोड़ और आग लगाने की धमकी देकर उसे 2 घंटे तक रोककर रखा। बात यहीं पर आकर खत्म नहीं हुई। परिजनों ने स्वास्थ्य कर्मचारियों से एंबुलेंस में ही महिला को ऑक्सीजन भी लगवाई और ड्राइवर दीपक को हॉस्पिटल नहीं जाने दिया।
आरती के पति सुनील ने ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था कर ली थी लेकिन बीती 11 बजे रात से वह लगातार गुहार लगा रहा था कि घर पर एंबुलेंस आ जाए तो उसे अस्पताल में एडमिट कर दे हालांकि उसे यह भी पता था कि अब अस्पताल में नए मरीज को नहीं ले रहे और आज जब 108 एंबुलेंस उसके घर पहुंची तो उसने उस एंबुलेंस को ही बंधक बना लिया।
मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे काफी समझाइश दी इसके बाद उसकी पत्नी अस्पताल में भर्ती कराया।
कुछ भी हो लेकिन इसी एक बात साफ है कि इस महामारी में लोग अपनों की जान के लिए कुछ भी करने तैयार हैं।
पीड़िता के पति सुनील कुशवाहा के मुताबिक उसकी पत्नी गर्भवती है। वो बार एम्बुलेंस को फोन कर रहा था लेकिन 108 नही आ रही थी इसके बाद अगले दिन आयी तो उसे रोक लिया।
एम्बुलेंस अटेंडर दीपक वर्मा का कहना है कि पेशेंट को लेने आये थे लेकिन इन्होंने अपनी पत्नी को इसी में बिठाकर एम्बुलेंस को रोक लिया।
मामले में विदिशा सीएसपी विकास पांडे ने जानकारी दी।
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