ईलाज के लिए जमीन पर पड़े रहे पटवारी के माता-पिता, MLA के हस्तक्षेप पर BMC में एडमिट
बेकाबू कोरोना संक्रमण की वजह से प्रशासन की बद इंतजामी और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल खुल गई है हालात इतने बिगड़ गए है कि मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह कम पड़ रही है इसका अंदाजा आप ऐसे लगा सकते हैं कि 3 दिन पहले अस्पताल में बेड नहीं मिलने से जिस कोरोना संक्रमित पटवारी की अस्पताल के गेट पर ही तड़प तड़प कर मौत हो गई थी 3 दिन बाद उसके माता-पिता की भी तबीयत बिगड़ गई है सिरोंजआ स्थित कोविड सेंटर में जगह नहीं मिलने पर वे 2 घंटे तक जमीन पर पड़े रहे, बाद में नरयावली विधायक प्रदीप लारिया के हस्तक्षेप से उन्हें बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया वही सिरोंजा से बीएमसी तक ले जाने के लिए एंबुलेंस ने 10000 रूपये लिए थे