ऐंटीबॉडी दवाओ नहीं होता कोरोना ? संक्रमित व्यक्ति की हालत गंभीर होने से भी बचाती || STVN INDIA ||
पिछले करीब डेढ़ साल से कोरोना वायरस ने दुनियाभर में जैसे हाहाकार मचा रखा है। अब तक इसका कोई पुख्ता इलाज नहीं ढूंढा जा सका है। अच्छी बात यह है कि कई वैक्सीनें बन चुकी हैं जो इससे सुरक्षा देती हैं लेकिन तमाम देशों में अभी वैक्सीनेशन अभियान शुरुआती दौर में है। इस बीच अमेरिका में हुई एक स्टडी उम्मीद की किरणें जगाने वाली है। दवा कंपनी रेजनेनॉर ने लैब में बनाए गए ऐंडीबॉडीज का एक ऐसा कॉकटेल तैयार किया है जो कोरोना संक्रमण से सुरक्षा देता है। इतना ही नहीं, यह कॉकटेल कोरोना के चपेट में आ गए लोगों की भी हालत गंभीर होने से बचाता है। क्लीनिकल ट्रायल के नतीजे बहुत ही उत्साह पैदा करने वाले हैं इसलिए कंपनी ने यूएस फूड ऐंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन से एहतियाती कदम के तौर पर इसके इमर्जेंसी इस्तेमाल की इजाजत मांगी है।
इस मोनोक्लोनल ऐंटीबॉडी कॉकटेल के क्लिनिकल ट्रायल के नतीजों का ऐलान सोमवार को हुआ। मोनोक्लोनल ऐंटीबॉडी लैब में बनी वे प्रोटीन होती हैं जो हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम को वायरसों से लड़ने में मदद करती हैं। स्टडी के नतीजों के मुताबिक, ऐंटीबॉडी ड्रग्स ने कोरोना मरीज के साथ रहने वाले लोगों को इस वायरस से सुरक्षा दी।
रेजनेरॉन ने 1500 से ज्यादा लोगों पर क्लीनिकल ट्रायल किया है। ये लोग उसी घर में रहे जहां 4 दिनों के भीतर कोई कोरोना का मरीज पाया गया। जिन लोगों को ऐंटीबॉडी कॉकटेल का इंजेक्शन दिया गया, उन लोगों में वैसे लोगों के मुकाबले कोरोना की चपेट में आने की आशंका 81 प्रतिशत कम हो गई जिन्हें यह इंजेक्शन नहीं दिया गया था।