18 से 45 साल के लिए भी शुरू होना चाहिए वैक्सीनेशन- एक्सपर्ट
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन इस बार कोरोना की चाल और रफ्तार अलग है। इस बार युवाओं और कम उम्र के लोगों में भी संक्रमण हो रहा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का भी कहना है। कि दिल्ली में इन दिनों आ रहे कोरोना के नए मरीजों में कुल मरीजों में से 65 पर्सेंट की उम्र 45 साल से नीचे की है। तो एक्सपर्ट का भी कहना है। कि इस बार कम उम्र के लोगों में यह संक्रमण ज्यादा हो रहा है। इसलिए अब समय आ गया है। कि इस उम्र के लोगों का भी वैक्सीनेशन शुरू किया जाए।
म्यूटेशन की वजह से फैल रहा है संक्रमण कोविड एक्सपर्ट डॉक्टर अंशुमान कुमार बताते हैं की अभी संक्रमण में तेजी की सबसे बड़ी वजह वायरस में म्यूटेशन है। अभी दिल्ली में डबल म्यूटेशन, साउथ अफ्रीकन म्यूटेशन और यूके म्यूटेशन फैला हुआ है। अभी तक की स्टडी में यह साबित हो रहा है कि पहले वाले वायरस की तुलना में यह म्यूटेड वायरस ज्यादा तेजी से फैल रहा है। हालांकि, इसमें पहले की तरह कैजुअल्टी (मौतें) नहीं है।
डॉक्टर ने कहा कि 18 से 45 साल के बीच के युवा व लोग सबसे ज्यादा एक्टिव होते हैं और अभी भी हैं। ये लोग काम कर रहे हैं। ऑफिस जा रहे हैं। शॉपिंग से लेकर रेस्टोरेंट और मूवी से लेकर पार्टियां कर रहे हैं। अभी तक इन्हें लगता था कि कोरोना संक्रमण तो उनके लिए है ही नहीं, क्योंकि 80 पर्सेंट बुजुर्ग और बीमार को यह वायरस परेशान कर रहा था। इन्हें तो संक्रमण होता था, लेकिन पता तक नहीं चलता था। इसलिए, बेखौफ अभी भी ये लोग घूम रहे हैं। लेकिन, इस बार ऐसा नहीं है, इस बार इस उम्र के लोगों में भी रिस्क है और अपनी लापरवाही से ये सुपर स्प्रेडर भी बने हुए हैं। खासकर युवा में यह दिक्कत ज्यादा आ रही है। डॉक्टर कहते हैं की बुजुर्गों में इस बीमारी का सबसे ज्यादा खतरा था। इसलिए बुजुर्ग सबसे ज्यादा एहतियात बरत रहे हैं। वैक्सीन आने पर उन्होंने खुलकर वैक्सीनेशन कराया और सभी जरूरी गाइडलाइन को फॉलो अभी भी कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा की वैक्सीनेशन सभी के लिए शुरू करना चाहिए। यानी 18 से 45 साल के लोगों के लिए भी अब वैक्सीनेशन होना चाहिए। डॉक्टर ने कहा कि 135 करोड़ की आबादी में .8 फीसद का ही वैक्सीनेशन हुआ है। अगर इस रफ्तार से वैक्सीनेशन हुआ तो कब तक हम हर्ड इम्यूनिटी के स्तर पर पहुंच सकेंगे।