दमोह की राजनीति में उथल पुथल उपचुनाव से कहीं कुछ बड़ा न हो जाये ! || STVN INDIA || SAGAR TV NEWS ||
दमोह विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है। लेकिन इन दिनों यहां राजनैतिक उथल पुथल जमकर मची हुई है। भाजपा प्रत्याशी के एलान के बाद भी दावेदार अपनी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। साथ ही शक्ति प्रदर्शन भी जारी है। मंत्री गोपाल भार्गव के पुत्र अभिषेक भार्गव जब दमोह पहुंचे तो उनका देखने लायक था। दरअसल श्री हनुमान सेवा समिति मड़ियाहार के द्वारा मानस भवन में कोरोना वारियर्स सामना समारोह का आयोजन किया गया था। जिसके मुख्य अतिथि युवा नेता दीपू भार्गव थे। जिनका युवाओं ने गर्मजोशी के साथ भव्य स्वागत किया। उन्होंने कहा कि लोग पत्थरों से घायल होते है। लेकिन उन्हें दमोह के लोगों ने फूलों से घायल कर दिया। दीपू के अलावा सिद्धार्थ मलैया की भी युवाओं में खासी पकड़ है। उनका भी कार्यक्रम के दौरान युवाओं ने नारेबाजी करते हुए भव्य स्वागत किया। यहां तक की "दमोह विधायक कैसा हो सिध्दार्थ मलैया जैसा हो" दमोह सांसद कैसा हो, अभिषेक भार्गव जैसा हो" कुछ इस तारा के नारे भी लगाए गए। अभिषेक भार्गव ने लॉक डाउन के दौरान अपने अनुभव साझा किये। दूसरी तरफ सिद्धार्थ मलैया भी चुनाव लड़ने के मूड में दिखाई दे रहे हैं अपनी दावेदारी भी पेश कर दी है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से कोविड के दौरान संक्रमण से जान गवां बैठे कोरोना वारियर्स स्व. केशव रैकवार की पत्नी बबीता रैकवार को सम्मानित किया गया और इनके सेवा कार्यों की सराहना की गई। वहीँ डॉक्टरों,स्वास्थ्यकर्मी और सफाईकर्मियों के अलावा उन सभी संस्थाओं का भी सम्मान किया गया जिन्होंने लॉक डाउन में लोगों की मदद की। ये कार्यक्रम तो सम्मान समारोह का था लेकिन अभिषेक भार्गव और सिद्धार्थ मलैया के समर्थन में युवाओं ने जमकर शक्ति प्रदर्शन किया। दमोह की राजनीती में आने वाले समय बड़ा उलट फेर भी होने की संभावना है। और कहीं न कहीं भाजपा खेमे में खलबली ज़रूर मच रही होगी।