सैकड़ों एकड़ में लगे टमाटर को गड्ढो में दफना रहे किसान || STVN INDIA || SAGAR TV NEWS ||
दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में घने कोहरे की वजह से बड़वानी जिले के किसानों के हालात बेहद खराब है। जिले में टमाटर की खेती बहुत बड़ी मात्रा में होती है लेकिन पिछले कई दिनों से दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में घने कोहरे होने की वजह से व्यापारियों की गाड़ी बड़ी मंडियों को में पहुंचने में लेट हो रही है जिसके चलते टमाटर खराब हो रहा है। टमाटर खराब होने के चलते व्यापारियों ने किसानों से टमाटर लेना छोड़ दिया।
जो टमाटर एक माह पहले 600 से 700 केरेट (1 कैरेट में 25 किलो टमाटर आता है) के भाव बिक रहा था वही टमाटर आज 40-50 केरेट के भाव में कोई लेने को तैयार नहीं। हालात इतने खराब है कि कई किसान अपने खेतों से टमाटर की फसल को उखाड़ के फेंकने को मजबूर हो गए। नागलवाड़ी के किसान नंदकिशोर गहलोत और मुकेश गहलोत अपने दो अलग-अलग खेतों में 40 एकड़ में टमाटर बोया था। दोनों किसान कहते हैं - 40 एकड़ में 30 लाख के लगभग खर्च आया लेकिन भाव बेहद खराब है जो टमाटर 500-600 रुपये केरेट बिक रहा था वह 50-60 रुपये केरेट भी नहीं बिक रहा। मुकेश गहलोत ने तो 400 से 500 कैरेट टमाटर खेत में गड्ढे में दफना दिया। मुकेश कहते हैं कि उन्हें लगभग दस लाख रुपए टमाटर की खेती से नुकसान होगा। उनका कहना है कि सरकार निर्यात से रोक अगर हटा दें और किसानों को निर्यात का लाइसेंस दे दे तो कुछ दिक्कतें खत्म हो सकती है।
ग्राम ऊची के किसान मंसाराम कहते हैं कि दिल्ली में कोहरे के चलते गाड़ियां समय पर नहीं पहुंच पा रही और टमाटर रास्ते में खराब रहा है इसलिए व्यापारियों ने दो-तीन दिन से खरीदी बंद कर दी है। टमाटर खेतों में ही सड़ने लगा अब जो टमाटर निकाला था उसे जानवरों को खिलाना मजबूरी हो गया। मंसाराम कहते हैं कि जिले में सरकार को फूड प्रोसेसिंग करनी चाहिए। केचप की यूनिट डालना चाहिए ताकि किसानों को ऐसे दिन ना देखना पड़े। वही राजपुर के किसान लालू जो कि अपने 1 एकड़ खेत से मजदूर लगाकर टमाटर उखाड़ के फेंक रहे हैं, कहते हैं बड़ी मंडियों में माल नहीं जा रहा, आसपास की मंडियों में बेचने गया तो भाड़ा काटकर हमारे हाथ में कुछ नहीं आ रहा। पहले 6 से 7 सो रुपए कैरेट बिक रहा था अब 100 केरेट में लेवाल नहीं मिल रहा। इसलिए टमाटर निकाल कर फेंक रहा हूं। इसकी जगह कोई नई फसल उगा लूंगा क्योंकि समय जा रहा है नहीं तो उधर भी खाली हो जाएंगे।