सागर- सदियों पुरानी आस्था फिर, 26 नवंबर से शुरू होगा श्री देव खंडेराव महाराज का ऐतिहासिक अग्नि मेला
सागर जिले के देवरीकलां के सागर–नरसिंहपुर मार्ग पर स्थित प्राचीन एवं ऐतिहासिक श्री देव खंडेराव महाराज मंदिर में सदियों पुरानी आस्था एक बार फिर प्रज्वलित होने जा रही है। अगहन मास में हर वर्ष की तरह इस बार भी ऐतिहासिक अग्नि मेला का भव्य आयोजन 26 नवंबर से 5 दिसंबर तक किया जाएगा। मेले की तैयारियां अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं और पूरा देवरी नगर भक्ति एवं उत्साह के रंग में रंगा दिखाई दे रहा है। चंपा षष्ठी से पूर्णिमा तक चलने वाला यह मेला मध्यप्रदेश के सबसे प्राचीन लोक-आस्था पर्वों में से एक है। भक्त अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने पर धधकते अंगारों पर नंगे पैर चलकर भगवान खंडेराव महाराज के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं। यह अद्भुत दृश्य देखने के लिए हर साल हजारों भक्त सागर, नरसिंहपुर, दमोह, छिंदवाड़ा सहित आसपास के जिलों और अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।
मंदिर के पुजारी मोहित बैद्म ने जानकारी दी कि इस वर्ष 135 अग्निभट्टियां तैयार की जा रही हैं। प्रतिदिन लगभग 100 से 125 भक्त अग्निकुंड से गुजरेंगे। पूर्णिमा तक यह संख्या बढ़कर 1200 से 1300 श्रद्धालुओं तक पहुंचने की संभावना है। 21 नवंबर से ही विशेष पूजन, हवन और अनुष्ठानों की शुरुआत हो चुकी है। करीब 30 स्वयंसेवक चौबीसों घंटे श्रद्धालुओं की सहायता में लगे हुए हैं। अग्नि मेले की विशेषता केवल आस्था ही नहीं, बल्कि यहां की सामाजिक सद्भावना भी है। इस वर्ष चार मुस्लिम श्रद्धालु भी अग्निकुंड से गुजरकर अपनी मनोकामना व्यक्त करेंगे। यह देवरी की गंगा-जमुनी संस्कृति की अनूठी मिसाल है, जहां सभी समुदाय मिलकर इस परंपरा को निभाते हैं।
विधायक बृजबिहारी पटेरिया ने सुरक्षा, स्वच्छता, पेयजल, पार्किंग और भीड़ प्रबंधन के लिए सभी विभागों को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। नारायण राव बैद्म के अनुसार, सांसद राहुल लोधी, लता बानखेड़े सहित कई जनप्रतिनिधि भी मेले में शामिल होंगे। देवरी का यह पावन अग्नि मेला एक बार फिर आस्था, परंपरा और एकता की ज्वाला को प्रज्वलित करने के लिए तैयार है।