सागर- मक्का के दाम पर किसानों का फटकार! रहली में सैकड़ों ट्रैक्टरों की रैली, सरकार को अल्टीमेटम
मक्का के वाजिब दाम न मिलने से नाराज़ किसानों का गुस्सा सोमवार को सागर जिले के रहली की सड़कों पर साफ दिखाई दिया। सैकड़ों किसानों ने अपने-अपने ट्रैक्टरों के साथ एक विशाल विरोध रैली निकालकर सरकार तक अपनी आवाज़ पहुंचाई। किसानों का कहना है कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और व्यापक रूप लेगा। सुबह से ही अलग-अलग गांवों से ट्रैक्टरों का काफिला रहली में पहुंचना शुरू हो गया। देखते ही देखते क्षेत्र की सड़कें किसानों की नाराज़गी और नारों से गूंज उठीं। किसानों ने कहा कि मेहनत से पैदा किया गया मक्का औने-पौने दामों में बेचने की मजबूरी उनके जीवन पर भारी पड़ रही है। फसल तैयार है, लेकिन खरीदी केंद्रों में समर्थन मूल्य पर खरीद नहीं हो रही—ऐसे में उनका भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है।
रैली के बाद किसान तहसील कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में चार बड़ी माँगें रखी गईं। मक्का की MSP पर खरीदी शुरू की जाए। किसानों का कहना है कि समर्थन मूल्य पर खरीदी ही उनकी आर्थिक सुरक्षा का आधार है। सोयाबीन फसल क्षतिपूर्ति दी जाए। इस वर्ष मौसम के कारण भारी नुकसान हुआ है, इसलिए किसानों को उचित राहत राशि मिलनी चाहिए। रहली मंडी में हम्माल (मजदूर) रेट निर्धारित किए जाएँ। अन्य जिलों की मंडियों की तरह यहां भी एक समान रेट तय करने की मांग उठाई गई है। फसल बीमा योजना में खेत को इकाई माना जाए।
किसानों का कहना है कि ग्राम पंचायत या पटवारी हल्का से बीमा का लाभ सीमित हो जाता है। खेत आधारित इकाई सबसे न्यायसंगत होगी। किसान नेताओं ने साफ कहा कि यह केवल चेतावनी है। यदि सरकार ने उनकी पीड़ा को अनसुना किया, तो आने वाले दिनों में रहली ही नहीं, पूरे क्षेत्र में बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। किसानों की इस एकजुटता और विशाल रैली ने प्रशासन को भी सतर्क कर दिया है। अब देखना यह है कि सरकार उनकी इन माँगों पर कितनी जल्द प्रतिक्रिया देती है।