सागर शहर को पशु-विचरण मुक्त बनाने और डेयरियों को शहर से बाहर शिफ्ट कराने की अभियान में नगर निगम सागर ने बड़ा एक्शन लिया है। मंगलवार सुबह निगमायुक्त राजकुमार खत्री ने सुभाष नगर वार्ड का निरीक्षण किया, जहां शहर के भीतर अब भी संचालित हो रही डेयरियों पर सख्ती दिखाई गई। तय समय सीमा के बाद भी डेयरियां न हटाने पर तीन डेयरी संचालकों पर कुल 32 हजार रुपये का जुर्माना ठोका गया।
निगमायुक्त ने बताया कि पिछले सप्ताह 7 डेयरी संचालकों को नोटिस देकर 1-1 हजार रुपये का चालान किया गया था और दो दिन में डेयरी शहर से बाहर ले जाने का निर्देश दिया गया था। चेतावनी दी गई थी कि समय पर पालन न होने पर रोजाना दोगुना जुर्माना लगाया जाएगा। आज की कार्रवाई में आकाश यादव पर 8,000 रुपये, रामकुमार बाबूलाल राय पर 8,000 रुपये, प्रभु यादव पर 16,000 रुपये का चालान किया गया। इन सभी को अंतिम चेतावनी देते हुए 2–3 दिनों की अतिरिक्त मोहलत भी दी गई है। साथ ही डेयरियों के पास बने पक्के खुट्टे, चारा स्थल और सड़क किनारे पशु बांधने के स्थानों को मौके पर ही हटवा दिया गया। निगमायुक्त ने कहा— जो डेयरी शहर से बाहर नहीं ले जाएंगे, उन पर भारी-भरकम जुर्माना जारी रहेगा। चालान जमा न करने पर जुर्माना सीधे संपत्ति कर में जोड़ दिया जाएगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि डेयरी संचालकों को आगे से किसी भी सरकारी योजना, सुविधा या अनुदान का लाभ भी नहीं दिया जाएगा। पहले से मिली सुविधाएं भी वापस ली जाएंगी। शहर में डेयरियों के कारण बढ़ रही गंदगी, दुर्गंध और पशु विचरण की समस्या को देखते हुए प्रशासन इस मुहिम को शत-प्रतिशत पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। हफसिली डेयरी प्रोजेक्ट में पानी, शेड, पशु बाजार और अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं।
जिनके पास प्लॉट नहीं है, उन्हें निगम द्वारा नई व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है। निगम ने सभी डेयरी संचालकों से अपील की है— अपनी डेयरियों को हफसिली या किसी अन्य उपयुक्त स्थान पर तुरंत विस्थापित करें। शहर को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने में साथ दें।






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