सागर- राहतगढ़ में पहुंची अखंड ज्योति कलश यात्रा, श्रद्धा, भक्ति और शताब्दी वर्ष का संदेश
सागर जिले के राहतगढ़ में आज आस्था और भक्ति का अभूतपूर्व संगम देखने को मिला। मुक्ति धाम भूतेश्वर मंदिर परिसर में अखंड ज्योति कलश यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। गायत्री परिवार की ओर से निकाली जा रही यह पावन ज्योति कलश रथयात्रा जैसे ही नगर पहुंची, लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और वातावरण “गायत्री मंत्र” के जयघोषों से गुंजायमान हो उठा।
यात्रा के आगमन पर वरिष्ठ पत्रकार एवं यजमान धर्मेंद्र सिंह राजपूत ने मंत्रोच्चार के साथ कलश की पूजा-अर्चना की। यह विशेष कलश यात्रा वर्ष 2026 के शताब्दी वर्ष की तैयारियों का प्रतीक है। आगामी वर्ष अखंड दीपक प्रज्ज्वलन के 100 वर्ष तथा परम वंदनीय माता भगवती देवी शर्मा जी के जन्मोत्सव का शताब्दी वर्ष होने जा रहा है। इसी धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व के चलते यह कलश यात्रा पूरे भारतवर्ष में भ्रमण कर रही है।
मध्यप्रदेश में यात्रा की शुरुआत बाबा महाकाल उज्जैन दरबार में पांच पावन कलश अर्पित करने के बाद की गई। प्रत्येक कलश में देश की प्रमुख नदियों—गंगा, यमुना, नर्मदा, सरस्वती सहित अन्य पवित्र जल स्रोतों का जल रखा गया है। जहां-जहां यह रथयात्रा पहुंच रही है, वहां श्रद्धालु कलश की पूजा करते हुए गुरुदेव के उपदेशों और माता के संदेशों को आत्मसात कर रहे हैं।
कलश यात्रा के साथ चल रहे गायत्री परिवार के पदाधिकारियों ने बताया कि 2026 में हरिद्वार में होने वाले शताब्दी वर्ष के आयोजन में देश-दुनिया से श्रद्धालुओं का स्वागत किया जाएगा। सभी के लिए निशुल्क भोजन, रुकने की व्यवस्था और यज्ञ-उत्सव की भव्य तैयारियां की जा रही हैं। राहतगढ़ में आज पहला दिन बेहद भावपूर्ण रहा, और आगामी दो दिनों तक यात्रा नगर में भ्रमण कर लोगों को शताब्दी समारोह में सम्मिलित होने का निमंत्रण देगी।
कार्यक्रम में शुक्ला जी, गुप्ता जी, डॉ. नेमा, प्रतिज्ञा शिलाकारी, रितु सारस्वत, सुनीता भार्गव, डॉ. सोनू शर्मा सहित गायत्री परिवार के अनेक सदस्य उपस्थित रहे।