सागर- बॉलीवुड अभिनेता गोविंद नामदेव पहुंचे सागर केंद्रीय जेल! कैदियों को दीं प्रेरणादायक पुस्तकें बोले, विद्या ही सच्चा धन है
सागर से एक प्रेरणादायक खबर सामने आई है। बॉलीवुड अभिनेता गोविंद नामदेव बुधवार को सागर की केंद्रीय जेल पहुंचे, जहां उन्होंने कैदियों से मुलाकात की और उन्हें सकारात्मक विचारों से भरपूर पुस्तकें भेंट कीं। यह कार्यक्रम राम सरोज समूह द्वारा आयोजित किया गया था। कार्यक्रम का उद्देश्य था — कैदियों में शिक्षा और आत्मसुधार की भावना को जगाना।
गोविंद नामदेव ने कैदियों से संवाद करते हुए कहा — “विद्या दान महादान है। यह पहल कैदियों के जीवन को नई दिशा देगी और उन्हें समाज में पुनः स्थापित होने की प्रेरणा देगी।” कार्यक्रम के दौरान जेल में बने नए पुस्तकालय का भी निरीक्षण किया गया, जिसमें कैदियों के लिए कई महत्वपूर्ण पुस्तकें रखी गई हैं — श्रीमद्भगवद गीता, डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचार, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जीवनी, मैथिलीशरण गुप्त की ‘साकेत’, जयशंकर प्रसाद की ‘कमायनी’, और मुंशी प्रेमचंद की ‘गोदान’ जैसी प्रेरणादायक किताबें शामिल हैं।
जेल अधीक्षक मानवेंद्र परिहार ने बताया कि यह पुस्तकालय कैदियों के पुनर्वास और आत्मविकास का माध्यम बनेगा। उन्होंने कहा कि ज्ञान और शिक्षा से कैदी अपने भीतर सकारात्मक बदलाव ला सकेंगे। वहीं, समाजसेवी शैलेश केसरवानी ने कहा —“इंसान धन जोड़ता है, पर चोरी का डर रहता है। विद्या ऐसा धन है, जिसे कोई चुरा नहीं सकता।
जितना बांटोगे, उतना बढ़ेगा।” कार्यक्रम में समाजसेवी अखिलेश मोनी केसरवानी, दिनेश शास्त्री, सतीष केसरवानी, सहायक जेल अधीक्षक गीता चौहान, और जेलर मांगीलाल पटेल सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य सिर्फ किताबें देना नहीं, बल्कि कैदियों को ज्ञान के माध्यम से नया जीवन आरंभ करने की प्रेरणा देना था — और इस दिशा में यह पहल सागर जेल के लिए एक मिसाल बन गई है।