इमाम और डॉक्टर की जोड़ी ने उड़ाए होश ! नकली नोटों में करोड़ों का खेल, महाराष्ट्र तक फैला नेटवर्क
एमपी के खंडवा-बुरहानपुर से लेकर महाराष्ट्र के मालेगांव तक फैले नकली नोट के इस नेटवर्क ने पुलिस के होश उड़ा दिए हैं। महाराष्ट्र के मालेगांव में 10 लाख रुपए के नकली नोट के साथ पकड़े गए दो आरोपियों में से एक — मोहम्मद जुबैर अंसारी, खंडवा के पैठिया गांव की मस्जिद का इमाम निकला। मालेगांव पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के बाद जब खंडवा पुलिस ने कार्रवाई की, तो गांव वालों की मदद से जुबैर अंसारी के कमरे की तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान 19 लाख से अधिक नकली नोट बरामद हुए, जिससे पुलिस भी हैरान रह गई। नोटों की छपाई और सप्लाई का यह पूरा नेटवर्क बेहद संगठित तरीके से काम कर रहा था।
खंडवा पुलिस की जांच में इस गिरोह का मास्टरमाइंड बुरहानपुर के सरकारी अस्पताल से सस्पेंड चल रहे डॉक्टर प्रतीक नवलखे का नाम सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक, नवलखे पहले भी नकली नोट और फर्जी मेडिकल स्टॉक से जुड़े मामलों में संदिग्ध पाया जा चुका है। मालेगांव और खंडवा पुलिस के समन्वय के बाद बुरहानपुर पुलिस भी सक्रिय हो गई है। पुलिस ने सबसे पहले जुबैर अंसारी और नाजिर अंसारी के घरों पर सर्चिंग की, और फिर डॉ. प्रतीक नवलखे के इतवारा स्थित मकान को सील कर दिया।
अंतर सिंह कनेश, एएसपी बुरहानपुर ने बताया कि खंडवा और महाराष्ट्र पुलिस के साथ मिलकर जांच की जा रही है। सस्पेंड डॉक्टर का नाम सामने आया है, उसके खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। जल्द ही पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जाएगा। पुलिस ने यह भी पुष्टि की कि डॉ. नवलखे को कुछ समय पहले महाराष्ट्र की जलगांव पुलिस भी नकली नोट मामले में गिरफ्तार कर चुकी थी। अब खंडवा, बुरहानपुर और मालेगांव पुलिस इस पूरे गिरोह की जड़ों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। एक तरफ धार्मिक स्थल का इमाम, दूसरी तरफ सरकारी अस्पताल का डॉक्टर — दोनों ने मिलकर नकली नोटों का ऐसा नेटवर्क तैयार किया, जिसने मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र तक पुलिस को सतर्क कर दिया है।