सागर- मन्नत पूरी होते ही जैन परिवार ने कराया भंडारा, मड़खेड़ा धाम में गूंजा ‘जय हनुमान’ का जयकारा !
कहते हैं — जब इंसान हर दरवाज़े पर ठोकर खा लेता है, तब भगवान का दरबार ही उसका आख़िरी सहारा बनता है। ऐसा ही एक चमत्कारी किस्सा सामने आया है एमपी के विदिशा जिले के त्योंदा से, जहाँ एक जैन परिवार की टूटी हुई ज़िंदगी में उम्मीद की किरण लेकर आया एमपी के सागर जिले के राहतगढ़ ब्लॉक का मड़खेड़ा धाम। परिवार की मन्नत पूरी हुई तो अब हर साल यह परिवार यहाँ भंडारे का आयोजन करता है। तीन साल पहले ऋषभ कुमार जैन का परिवार बुरी परिस्थितियों से जूझ रहा था। आर्थिक, मानसिक और सामाजिक परेशानियों ने उन्हें लगभग हार मानने पर मजबूर कर दिया था। इसी दौरान किसी परिचित ने उन्हें मड़खेड़ा धाम और यहाँ लगने वाले दिव्य चमत्कारी दरबार के बारे में बताया। परिवार ने आस्था से भरकर दरबार में हाजिरी लगाई, हनुमान जी और सिद्ध संत मौनी बाबा के चरणों में अपनी समस्या रखी — और कुछ ही दिनों में चमत्कारिक रूप से उनकी सभी परेशानियाँ दूर हो गईं।
इसके बाद परिवार की आस्था और भी गहरी हो गई। हर बार जब भी कोई इच्छा या मन्नत पूरी होती है, जैन परिवार धाम पहुँचकर भंडारे का आयोजन करता है। भंडारे में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं, और “जय हनुमान” के जयकारों से पूरा धाम गूंज उठता है। ऋषभ कुमार जैन भक्तने बताया कि "हमने मड़खेड़ा धाम में सच्चे मन से मन्नत मांगी थी, और भगवान ने वह पूरी कर दी। अब हमारी आस्था और भी बढ़ गई है, इसलिए हम हर साल यहाँ भंडारा करते हैं। बताया जाता है कि मड़खेड़ा धाम में हर मंगलवार और शनिवार दोपहर 12 बजे से दरबार लगता है, जहाँ पंडित पवन पाराशर भक्तों की समस्याएँ सुनते हैं और हनुमान जी व सिद्ध संत मौनी बाबा के आशीर्वाद से समाधान करते हैं। भक्तों का विश्वास है — जो यहाँ सच्चे मन से मन्नत मांगता है, उसकी हर मनोकामना अवश्य पूरी होती है।