25 बच्चों की मौत के बाद एक्शन तेज, जबलपुर की कटारिया फार्मा का लाइसेंस रद्द, दफ्तर सील
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा और बैतूल में जहरीले कफ सिरप से 25 मासूमों की जान जाने के बाद अब प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर आ गया है। इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए एमपी के जबलपुर स्थित कटारिया फार्मा कंपनी का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। साथ ही कंपनी के कार्यालय और गोदाम को सील कर दिया गया। जांच के दौरान खाद्य एवं औषधि विभाग ने कंपनी में कई गंभीर अनियमितताएं पाईं। जानकारी के मुताबिक, कटारिया फार्मास्युटिकल्स ने चेन्नई की श्रीसन फार्मा कंपनी से 660 बोतल Coldrif कफ सिरप की खेप मंगाई थी।
इनमें से 594 बोतलें छिंदवाड़ा पहुंचाई गईं, जबकि बाकी 66 बोतलें जबलपुर में फ्रीज में रखी गई थीं। बची हुई बोतलों में से 16 सैंपल लेकर जांच के लिए भोपाल की लैब भेजे गए हैं। जांच टीम में छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला और बालाघाट के ड्रग विभाग के अधिकारी शामिल रहे। अधिकारियों को शक है कि जिस खेप से बच्चों की मौत हुई, वही खेप मध्य प्रदेश के कई जिलों तक सप्लाई की गई थी।
बच्चों की जान जाने के बाद पूरे हेल्थ सिस्टम में हड़कंप मचा हुआ है। प्रशासन अब Coldrif और Nextro-DS नाम के सिरप की बिक्री पर नजर रख रहा है। जबलपुर कलेक्टर ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी मेडिकल स्टोर में यह सिरप बिकते दिखाई दें, तो तुरंत प्रशासन या औषधि विभाग को सूचना दें।
फिलहाल सरकार पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है ताकि पता लगाया जा सके कि इस जहरीली दवा की सप्लाई किन-किन जिलों तक की गई। वहीं, जिन परिवारों ने अपने बच्चों को यह सिरप दिया है, उन्हें भी स्वास्थ्य टीम मॉनिटर कर रही है। इस कार्रवाई को लेकर ड्रग इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार जैन ने कहा कि दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई तय है और अन्य फार्मा कंपनियों की भी जांच की जा रही है।