सागर, विदिशा समेत MP के छह जिलों में बेवजह नहीं रुकेगी ट्रेन, बस करना होगा चार साल का इंतजार
भोपाल, सागर, विदिशा समेत मध्य प्रदेश के छह जिलों में बेवजह ट्रेन नहीं रुकेगी. कैबिनेट ने चौथी रेल लाइन को मंजूरी दे दी है. यह 237 किलोमीटर लंबा रेल मार्ग 4,329 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा और इसे पूरा होने में 4 साल का समय लगेगा. यह उत्तरी, मध्य और दक्षिणी भारत को जोड़ने वाली एक प्रमुख रेल कड़ी है, जिससे यात्री ट्रेनों और माल ढुलाई राहत मिलेगी.
यह रेल रूट मध्य प्रदेश के रायसेन, सागर, विदिशा, भोपाल, सिहोर और नर्मदापुरम जिलों से होकर गुजरेगा. विदिशा एक महत्वाकांक्षी जिला (एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट) है, और इस परियोजना से इस क्षेत्र में विकास को नई गति मिलेगी. यह मार्ग दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे प्रमुख शहरों के बीच यात्री आवागमन को आसान बनाएगा. साथ ही, सांची और भीम बेठका (यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल), उदयगिरी गुफाएं, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और पचमढ़ी जैसे पर्यटन स्थलों की कनेक्टिविटी को बेहतर करेगा, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
इसके बनने के बाद अधिक संख्या में यात्री और मालगाड़ियां चलाई जा सकेंगी. यह क्षेत्र में थर्मल पावर प्लांट्स, स्टील प्लांट्स, कोयला खदानों और मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स हब को बढ़ाने में मदद करेगा. इससे हर साल 15.2 मिलियन टन अतिरिक्त माल ढुलाई संभव होगी.
साथ ही, 6.4 करोड़ लीटर डीजल की बचत होगी और लॉजिस्टिक्स लागत में 719 करोड़ रुपये की सालाना बचत होगी. यह प्रोजेक्ट क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगी. इटारसी-भोपाल-बीना चौथा ट्रैक भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. यह परियोजना यातायात, पर्यटन और औद्योगिक प्रगति को बढ़ावा देगी. जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा. भारतीय रेलवे यात्रियों को बेहतर सफर कराने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. इस मंजूरी इसी कड़ी में लिया गया फैसला है