इस अस्पताल में साल 2020 में एक भी शख्स पहुंचा नसबंदी कराने
सरकार की नसबंदी योजना फ्लॉप होती नज़र आ रही है। सागर जिले के बीना सिविल अस्पताल में 2018 और 2019 में सिर्फ दो पुरुषों ने ही नसबंदी कराई। तो इस साल दिसंबर तक एक भी पुरुष नसबंदी कराने अस्पताल नहीं पहुंचा। विभाग के तमाम प्रयासों के बावजूद पुरुष नसबंदी कराने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। यहां तक पुरुष ज्यादा से ज्यादा संख्या में नसबंदी कराएं इसके लिए विभाग ने महिलाओं की तुलना उनकी प्रोत्साहन राशि भी बढ़ाई। बावजूद इसके पुरुष आगे नहीं आ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक नसबंदी का प्रचार-प्रसार और लोगों को प्रेरित करने का काम केवल आशा और महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के भरोसे ही है। पुरुष चिकित्सक के अलावा कर्मचारी इसमें रुचि नहीं लेते हैं। वहीं महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुरुषों से इस बारे में बात करने से कतराती हैं। ऐसी स्थिति में ना तो पुरुषों को योजना के बारे में सही जानकारी मिल पाती है। और ना ही वो नसबंदी ऑपरेशन कराने को तैयार होते हैं। कोरोना के कारण बीते 7 महीनों से सर्जरी बंद थी। कोरोना ने आम लोगों की जिंदगी के साथ राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम को भी प्रभावित किया है। वहीं 9 महीनों में अभी तक एक भी पुरुष की नसबंदी बीना सिविल अस्पताल में नहीं हुई है।-