सागर में 335 जोड़ों का हुआ भव्य सामूहिक विवाह, गाजे-बाजे से निकली बारात, डोली में हुई विदाई
सागर नगर निगम द्वारा श्री बालाजी मंदिर प्रांगण में आयोजित मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह सम्मेलन में 335 जोड़े विवाह बंधन में बंधे। यह आयोजन केवल एक सामाजिक समारोही नहीं बल्कि सरकारी संवेदनशीलता और जनकल्याण की मिसाल भी बना। विवाह स्थल पर गाजे-बाजे के साथ बारात पहुंची, बुंदेली रिवाजों के अनुसार भोजन और डोली में विदाई ने कार्यक्रम को यादगार बना दिया। इस गरिमामय आयोजन में मध्यप्रदेश शासन के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत, सांसद श्रीमती लता वानखेड़े, विधायक श्री शैलेंद्र जैन, महापौर श्रीमती संगीता सुशील तिवारी, निगमाध्यक्ष श्री वृंदावन अहिरवार, नगर निगम आयुक्त श्री राजकुमार खत्री, जिला अध्यक्ष श्री श्याम तिवारी सहित कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।
मंत्री गोविंद सिंह राजपूत बोले यह विवाह सम्मेलन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में बेटियों को सम्मान और गरीबों को संबल देने का जीवंत उदाहरण है। अब एक बार में अधिकतम 200 शादियां होंगी ताकि आयोजन और भी बेहतर और व्यवस्थित हो। सांसद डॉ. लता बानखेड़े बोली “इस भव्य आयोजन के लिए नगर निगम की पूरी टीम बधाई की पात्र है। सभी नवविवाहित जोड़ों को सुखद एवं समृद्ध दांपत्य जीवन की शुभकामनाएं।
विधायक शैलेंद्र जैन बोले मुख्यमंत्री कन्यादान योजना ने समाज में बेटियों को बोझ से वरदान में बदला है। यह सरकार की संवेदनशील सोच का प्रमाण है। महापौर संगीता सुशील तिवारी ने कहा: यह आयोजन केवल विवाह नहीं, संवेदनाओं और परंपराओं का संगम है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की सोच को ज़मीन पर उतार रहे हैं। सभी वर घोड़े पर सवार होकर गाजे-बाजे के साथ पहुंचे। जनप्रतिनिधियों ने बारात की अगवानी की, तिलक लगाकर स्वागत किया।
सभी दुल्हनों को डोली में बैठाकर विदा किया गया, जो बुंदेली परंपरा का प्रतीक है। घराती-बराती समेत सभी को बुंदेली पारंपरिक भोजन जमीन पर बैठाकर परोसा गया। भावुक विदाई, ढोल-नगाड़ों की गूंज, डोलियों में बैठी नवविवाहिताएं और आशीर्वादों की गूंज ने इस विवाह सम्मेलन को एक ऐतिहासिक सामाजिक आयोजन बना दिया।