Sagar- बैलगाड़ी का ई-चालान, लोगों ने पूछा..कहां देखी नंबर प्लेट? कैसे मिला एड्रेस? ये जवाब सुनकर
सागर से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां बैलगाड़ी का ई-चालान कर दिया गया. हैरानी की बात तो तब हुई, जब यह चालान एक गाड़ी मालिक के पास पहुंच गया. इस घटना के बाद लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर बैलगाड़ी का एड्रेस कैसे मिला? बैलगाड़ी में नंबर कब से होने लगे? मजे की बात ये कि शहर में एक भी बैलगाड़ी नहीं है. अब लोग कह रहे हैं कि स्मार्ट सिटी के कैमरे ने चौराहे पर बैलगाड़ी देख ली और मोटर व्हीकल एक्ट के तहत उसका चालान भी भेज दिया. यह तो गजब हो गया.
दरअसल, सागर कलेक्टर के निर्देश पर रोजाना 1000 से अधिक ई-चालान स्मार्ट सिटी के माध्यम से किए जा रहे हैं. चालान करने की हड़बड़ी में कर्मचारियों द्वारा इस तरह की लापरवाहियां हो रही हैं, जिससे जनता को परेशानियां हो रही हैं. किसी की गाड़ी घर पर रखी है लेकिन उसका ट्रैफिक नियम तोड़ने का चालान आ गया, तो जो हेलमेट पहनकर गाड़ी चला रहा है, उसका भी हेलमेट नहीं पहनने का चालान आ गया, जबकि चालान में फोटो में वह हेलमेट पहने हुए दिखाई दे रहा है.
ताजा मामले में 31 जनवरी 2025 को स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम द्वारा एक ई-चालान किया गया, जिसकी जानकारी एसएमएस के माध्यम से दी गई, चालान मथुरा प्रसाद पटेल के नाम पर भेजा गया था, जिसमें अपराध के कॉलम में 2 बैलगाड़ी चालक नहीं लिखा गया था. चालान न भरने पर एक हजार रुपए का जुर्माना किया गया. मथुरा प्रसाद का कहना है कि जिस तारीख में चालान काटा गया, उस समय वे अपने परिवार सहित कुंभ स्नान करने गए थे. शिकायत करने पर कहा गया कि चालान निरस्त कर देंगे, लेकिन अभी जुर्माना भरने के लिए फोन आ रहे हैं.
सागर की ट्रैफिक डीएसपी मयंक सिंह चौहान का कहना है कि पिछले दो माह से यातायात नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. अगर इसमें कोई गलती हो रही है तो स्मार्ट सिटी में जाकर शिकायत कर सकते हैं, जल्दी निराकरण कर दिया जाएगा.