Sagar-अनुगूँज कार्यक्रम में रजौआ स्कूल के विद्यार्थियों ने दी शानदार प्रस्तुति
सागर के महाकवि पद्माकर सभागार में आयोजित अनुगूँज कार्यक्रम में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजौआ के विद्यार्थियों ने अपनी उत्कृष्ट प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
यह कार्यक्रम स्कूल शिक्षा विभाग एवं लोक शिक्षण संचालनालय, सागर के सतत प्रयासों से लगातार तीसरे वर्ष भव्य रूप से आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को भी निजी विद्यालयों के समकक्ष समग्र व्यक्तित्व विकास के अवसर प्रदान करना था।
कार्यक्रम में संयुक्त संचालक श्री मनीष वर्मा एवं नोडल अधिकारी डॉ. महेंद्र प्रताप तिवारी के मार्गदर्शन में सागर के 11 विद्यालयों के लगभग 1000 विद्यार्थियों ने भाग लिया। इन विद्यार्थियों ने सामूहिक नृत्य, थिएटर, नाटक, चित्रकला, रंगोली, आर्ट एंड क्राफ्ट, मूर्तिकला एवं मंच संचालन जैसी विधाओं में शानदार प्रस्तुतियां दीं।
रजौआ विद्यालय के 50 विद्यार्थियों ने कोऑर्डिनेटर श्री प्रफुल्ल हलवे के निर्देशन में शिक्षिका श्रीमती अरुणा जैन एवं मेंटर श्री दीपेश पांडे के मार्गदर्शन में दांगी नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। इस प्रस्तुति में विद्यार्थियों ने अपनी लय, ताल और सामूहिक समन्वय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
डॉक्टर सर हरि सिंह गौर विद्यालय की 20 छात्राओं ने श्रीमती विनीता दुबे द्वारा लिखित नाटक "महादानी महाज्ञानी डॉक्टर सर हरि सिंह गौर" का मंचन किया। इसे मेंटर कुमारी करिश्मा गुप्ता के निर्देशन में प्रस्तुत किया गया।
विद्यार्थियों ने डॉक्टर गौर को भारत रत्न दिए जाने की पुरजोर मांग उठाई और संदेश दिया कि उन्हें विश्व रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए।
विद्यालय के 11 विद्यार्थियों ने बालिका एवं महिला सशक्तिकरण पर मनोहारी चित्रों की प्रदर्शनी लगाई। इन चित्रों में महिलाओं की शक्ति, समाज में उनकी भूमिका और उनके संघर्षों को उकेरा गया था। विद्यालय की 10 छात्राओं ने पर्यावरण संरक्षण को थीम बनाकर सुंदर रंगोली तैयार की, जो स्वच्छता, हरियाली और प्रकृति के प्रति जागरूकता का संदेश दे रही थी।
विद्यालय के विद्यार्थियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन में प्राचार्य श्री जेपी सोनी सहित समस्त शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। मुकेश नेमा, अशोक पवार, अनुराधा जैन, विनीता दुबे, डॉ. रश्मि पांडे, प्रीति राय, अनीता शुक्ला, अर्चना पार्थ, कुमारी साक्षी शुक्ला, नमन मिश्रा, महेंद्र कोरी एवं अनिमेष जैन ने अपनी मेहनत और मार्गदर्शन से विद्यार्थियों को प्रेरित किया। इसके अलावा ग्रामवासियों का भी कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष सहयोग रहा।