सागर- रिशांक तिवारी का बड़ा बयान, एक देश, एक चुनाव, क्या होगा भारत पर असर? युवा संसद 2025
भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) एवं नेहरू युवा केंद्र द्वारा जिला स्तरीय विकसित भारत युवा संसद 2025 का आयोजन किया गया। इस आयोजन में सागर और दमोह जिले के विद्यार्थियों ने सक्रिय सहभागिता दर्ज कराई। कार्यक्रम का नोडल सेंटर निजी कॉलेज, पथरिया जाट सागर रहा। इस दो दिवसीय युवा संसद में कुल 150 प्रतिभागी शामिल हुए, जिनमें पहले दिन 75 विद्यार्थियों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। कार्यक्रम का आयोजन संस्था चेयरमैन डॉ. सुधा मलैया के संरक्षण में हुआ और इसके नोडल अधिकारी एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मोहम्मद अशफ़ाक सिद्दीकी रहे।
युवा संसद के मुख्य अतिथि युवा समाजसेवी एवं नेता रिशांक तिवारी रहे। उनके अलावा, मंच पर कई गणमान्य अतिथि एवं निर्णायक मौजूद रहे— डॉ. सुनील श्रीवास्तव रिटायर्ड एडिशनल डायरेक्टर, उच्च शिक्षा विभाग, मध्यप्रदेश शासन , डॉ. सर्वेश उपाध्याय असिस्टेंट प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान विभाग, डॉ. हरि सिंह गौर महाविद्यालय, सागर , डॉ. आर. के. पाठक रिटायर्ड प्रोफेसर, डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर
युवा संसद के स्पीकर रिशांक तिवारी ने कहा कि "एक देश, एक चुनाव" का विचार भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करेगा और देश को विकसित राष्ट्र बनाने में सहायक होगा। उन्होंने बताया कि इससे निर्वाचन प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी, धन और समय की बचत होगी, और प्रशासनिक कार्यों में गति मिलेगी। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. आशीष द्विवेदी, डॉ. अनू फौजदार, डॉ. नवदीप कौर सलूजा, अर्जुन सूर्यवंशी सहित कई प्रमुख शिक्षाविद् एवं समाजसेवी शामिल हुए।
आयोजन समिति में असिस्टेंट प्रोफेसर अरुण देशमुख, अमित चौरसिया, अंकित चौरसिया, अब्दुल तबरेज मंसूरी आदि की विशेष भूमिका रही। कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर अमित चौरसिया ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन राष्ट्रीय सेवा योजना मुक्त इकाई के कार्यक्रम अधिकारी अब्दुल तबरेज मंसूरी ने किया। इस युवा संसद के माध्यम से युवाओं को लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं और नीतिगत मामलों पर गहन संवाद का अवसर मिला। आयोजन समिति ने इस सफल आयोजन पर संतोष व्यक्त किया और भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को प्रोत्साहित करने का संकल्प लिया।