Sagar- रहस मेले 101 नर्तकियां देंगी राई नृत्य की प्रस्तुति, 28 को आएंगे मुख्यमंत्री
Sagar- रहस मेले 101 नर्तकियां देंगी राई नृत्य की प्रस्तुति, 28 को आएंगे मुख्यमंत्री
217 साल पहले बुंदेला राजा मर्दन सिंह जूदेव ने जिस मेले की शुरुआत की थी, वह आज भी उसी भव्यता और दिव्यता के साथ जारी है. सागर जिले में प्रसिद्ध यह मेला रहस मेला के नाम से जाना जाता है, इस साल तीन दिवसीय रहस्य लोकोत्सव 27 फ़रवरी, 28 फरवरी और एक मार्च को किया जा रहा है, इसमें 28 फरवरी को होने वाले किसान सम्मलेन में प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव शामिल होंगे, मोहन यादव के सीएम बनने के बाद वे पहली बार गढ़ाकोटा पहुँच रहे, इसको लेकर भव्य तैयारी की जा रही है,
मेला समिति के अध्यक्ष दीपू भार्गव ने बताया कि यह मेला भारत के प्राचीन मेलो में शुमार है, मेले के तीनों दिन आयुष्मान कार्ड, संवल कार्ड, आधार कार्ड कर्मकार मंडल के कार्ड बनाये जायेगे, सभी प्रकार की पेंशनों की तुरंत स्वीकृती दी जायेगी, गरीबी रेखा में नाम ओड़े आयेंगे। किसानों के खेतों की मिट्टी का परीक्षण कर मृदा परीक्षण कार्ड बनाये जायेंगे, नगरपालिकाओं, जनपदों, जिला पंचायत के सभी हितग्राही मूलक योजनाओं के कार्य स्वीकृत किये जायेंगे,
अलावा रहस मेला के तीनों दिन शाम 6 बजे से मुम्बई की आरकेस्ट्रा और डांस ग्रुप के द्वारा फिल्मी एवं विदेशी डांस प्रस्तुति, आगरा एवं झांसी से आये हुए डांस ग्रुप के द्वारा रंगारंग प्रस्तुति होगी। रात्रि 09 बजे से सुप्रसिद्ध लोक गायक- जित्तू खरे और उनकी कलाकार मंडली के साथ 101 नर्तकियों द्वारा प्रसिद्ध बुन्देलखण्डी राई नृत्य की प्रस्तुति होगी।
इतिहासकार बताते हैं कि राजा मर्दन सिंह जूदेव ने 1809 में अपने राज्याभिषेक की वर्षगांठ पर इस मेले की शुरुआत की थी. उनका उद्देश्य धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन के साथ-साथ व्यावसायिक महत्त्व को बढ़ावा देना था.