Sagar - 101 करोड़ से बन रहा संत रविदास मंदिर, अगस्त तक पूरा होने की संभावना कम
Sagar - 101 करोड़ से बन रहा संत रविदास मंदिर, अगस्त तक पूरा होने की संभावना कम
सागर में अयोध्या धाम में भगवान श्रीराम के मंदिर में लगे राजस्थान के धौलपुर वंशीपहाड़पुर के लाल पत्थरों से देश का प्रथम संत रविदास मंदिर निर्माण के अंतिम चरण में है। 101 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह भव्य मंदिर 66 फुट ऊँचा होगा, जिसमें किसी भी प्रकार के लोहे का उपयोग नहीं किया जा रहा है। मंदिर का निर्माण केवल पत्थर, रेत और गिट्टी से किया जा रहा है, जिससे यह दिव्य और भव्य रूप ले रहा है।
इसके निर्माण से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे। सागर कलेक्टर संदीप जी.आर. ने बताया कि पिछले वर्ष संत रविदास जयंती के अवसर पर मध्यप्रदेश सरकार द्वारा 101 करोड़ रुपये की लागत से संत रविदास मंदिर और संग्रहालय की घोषणा की गई थी। इसका भूमि पूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था। इस परियोजना को अगस्त 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। केंद्र और राज्य सरकार इस निर्माण कार्य की सतत निगरानी कर रही हैं।
बारहवीं-तेरहवीं शताब्दी में भक्ति आंदोलन ने समाज में समानता और जातिगत भेदभाव मिटाने पर जोर दिया था। संत रविदास इस आंदोलन के महान सुधारक और सत्य के उपदेशक के रूप में प्रतिष्ठित हुए। उन्होंने ईश्वर के एक रूप को स्वीकार किया और जातिगत भेदभाव की कड़ी आलोचना की। संत रविदास की शिक्षाएँ समाज में समरसता और समानता के सिद्धांतों को बढ़ावा देने वाली हैं।
परियोजना के अंतर्गत 11 एकड़ भूमि में मंदिर और संग्रहालय का निर्माण हो रहा है। 25% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। मंदिर का फाउंडेशन कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि म्यूजियम का कार्य प्रगति पर है। भक्त निवास, पुस्तकालय और अन्य सुविधाओं का निर्माण भी तेजी से हो रहा है।
सागर में संत रविदास मंदिर और संग्रहालय का निर्माण समाज में उनके योगदान को श्रद्धांजलि देने का एक महान प्रयास है। यह मंदिर संत रविदास के विचारों और शिक्षाओं को भावी पीढ़ी तक पहुँचाने में सहायक सिद्ध होगा और आध्यात्मिक साधकों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा।