Sagar-रामलीला के बहाने भूपेंद्र सिंह की सुरखी में एंट्री, फिर गरमाई सियासत
सागर जिले की राजनीति में सियासी हलचल जारी है, रविवार को खुरई से विधायक भूपेंद्र सिंह, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की सुरखी विधानसभा में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे जहां कई गांव में उनका जगह-जगह स्वागत भी किया गया, वही इससे 7 दिन पहले 2 फरवरी को मंत्री गोविंद सिंह राजपूत खुरई में आयोजित धर्म सभा में शामिल होने पहुंचे थे, गोविंद राजपूत की खुरई में एंट्री को भूपेंद्र सिंह के बेटे का कुछ दिन पहले जैसीनगर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के पलटवार के रूप में देखा जा रहा था,
सुरखी विधानसभा के देवलचौरी गांव में भगवान श्री राम की लीलाओं के मंचन की परंपरा को 120 वर्षों से निरंतर श्रद्धापूर्वक निर्वाह करते हुए देवलचौरी के ग्राम वासियों और आयोजकों ने इस रामलीला आयोजन को जिले और प्रदेश की समृद्ध परंपरा बना दिया है। 120 वर्ष बड़ा कालखंड है और आज श्री रामलीला का आयोजन मंचन महंगा और कठिन होता है पर देवलचौरी के आयोजनकर्ता बधाई और प्रशंसा के पात्र हैं। यहां श्री रामलीला कार्यक्रम देखने पहुंचे पूर्व गृहमंत्री, खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह ने यह भाव प्रकट किए और व्यक्तिगत रूप से आयोजन समिति को 51 हजार रुपए भेंट किए।
इस अवसर पर अपने संबोधन में पूर्व गृहमंत्री, खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मेरे आने का उद्देश्य ही यह था कि मैं इस रामलीला आयोजन के आयोजकों व कलाकारों का अभिनंदन करना चहता था। आयोजन समिति के प्रमुख अजय तिवारी देवलचौरी ने बताया कि जिस चबूतरे पर श्री रामलीला का आयोजन हो रहा है उसे सुरखी विधायक रहते हुए भूपेन्द्र भैया ने विधायक निधि से बनवाया था। सिंह ने कहा कि कोरोना काल में भी यह आयोजन नहीं रुकने दिया, उस दौरान पुलिस आयोजन को रोकने पहुंची तो अजय तिवारी की सूचना पर उन्होंने ही हस्तक्षेप करके अनुमति दिलाई थी ताकि प्राचीन परंपरा की निरंतरता बनी रहे। उन्होंने यह परंपरा अक्षुण्ण रखने के लिए ग्रामवासियों को धन्यवाद दिया।