Sagar -सीने में दर्द की शिकायत लेकर आए मरीज की बीएमसी में मौत, डॉक्टर की लापरवाही पर बिफरे परिजन
इलाज में देरी और लापरवाही के कारण बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में रविवार को सीने में दर्द की शिकायत लेकर पहुंचे युवक की जान चली गई। इससे नाराज परिजन ने कॉलेज परिसर में हंगामा कर दिया। मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी। करीब दो घंटे चले प्रदर्शन के बाद पुलिस की समझाइश पर परिजन शांत हुए। परिजन ने प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं। बाघराज वार्ड में सनराइज मेगासिटी के पास रहने वाली स्वीटी बाजपेयी ने बताया कि मेरे 32 वर्षीय भाई वरुण बाजपेयी पेशे से इंजीनियर थे। उनका रविवार दोपहर करीब 2:15 बजे फोन आया। उसने सीने में दर्द और गले में समस्या बताई।
मैं तुरंत उसका इलाज कराने के लिए निकली। प्राइवेट डॉक्टरों को देखा तो उनके क्लीनिक बंद थे। दोपहर करीब 3 बजे मैं भाई को लेकर बीएमसी के कैजुअल्टी विभाग पहुंची। यहां पहले से मौजूद गंभीर मरीजों के इलाज में ड्यूटी डॉक्टर व्यस्त थे। करीब 5 मिनट बाद उन्होंने चैकअप किया और ईसीजी कराने की सलाह देते हुए ऑनकॉल ड्यूटी डॉक्टर को सूचना देने को कहा। हम लोग भटकते रहे लेकिन ईसीजी करीब 25 मिनट बाद 3:54 बजे की गई। ऑनकॉल ड्यूटी डॉक्टर नहीं आए। शाम करीब 4:10 बजे जब तक डॉक्टर पहुंचे तब तक वरुण का देहांत हो चुका था।
सहायक अधीक्षक डॉ. एसपी सिंह का कहना है कि मरीज को मेडिकल कॉलेज काफी लेट लाया गया था। उसे सुबह से ही समस्या हो रही थी। मरीज का तुरंत इलाज शुरू किया गया था। लेकिन सडन अटैक आने के कारण उसे बचाया नहीं जा सका।