थाने के प्रधान आरक्षक 50 हजार रुपए लेते पकड़ा गया,दोनों पर केस और फिर | sagar tv news |
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में लोकायुक्त पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की है। लोकायुक्त पुलिस ने गुरुवार रात 8:30 बजे लालबाग थाने में पदस्थ एक पुलिसकर्मी को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया।इस मामले में लोकायुक्त ने लालबाग थाने में पदस्थ पुलिसकर्मी पवन शर्मा और नेपानगर थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक दयाराम सिलवेकर के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। एक अन्य आरक्षक का नाम भी सामने आया है, जो विवेचना में है। इस मामले की जड़ एक बाइक चोरी के मामले में है,
जिसमें प्रधान आरक्षक दयाराम सिलवेकर ने अभिजीत मस्कर नामक एक व्यक्ति से 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। अभिजीत मस्कर का मलकापुर में ईंट बनाने का काम है, और उन्होंने नेपानगर के ठेकेदार इरफान को मजदूरों के लिए 50 हजार रुपए दिए थे। दरअसल मलकापुर जिला बुलढाणा महाराष्ट्र निवासी दीपक पाटिल ने बताया प्रधान आरक्षक ने बाइक चोरी के फर्जी केस में मुझे और मेरे दोस्त अभिजीत मस्कर को फंसाने की धमकी दी जा रही थी।
इसकी शिकायत लोकायुक्त में की। एक दिन पहले नेपानगर थाने में पदस्थ दयाराम सिलवेकर ने कहा कि आज की तारीख में पैसा मिल जाना चाहिए। मैं बुरहानपुर पहुंचा और कॉल किया तो दयाराम सिलवेकर ने कहा कि लालबाग थाने में पवन शर्मा है उसे पैसा दे दो। जब पैसा दिया तो लोकयुक्त ने उसे पकड़ा। दीपक पाटिल ने कहा फर्जी टू-व्हीलर केस में मुझे और दोस्त अभिजीत को फंसाने का कह रहे थे। अभिजीत का मलकापुर में ईंटों का कारखाना है।
एक अन्य पुलिसकर्मी और दयाराम सिलवेकर कॉल करते थे। पहले भी पैसा दिया था। दरअसल, हमारा ईंटों का काम है। नेपानगर से लेबर बुलवाते हैं। इसके लिए लैबर कांट्रेक्टर को हमने पैसा दिया था। उसने लैबरों को पेमेंट कर दिया, लेकिन वह काम पर नहीं आ रहे थे तो लैबर कांट्रेक्टर ने उसकी बाइक उठा ली थी। उसके चक्कर में हमें परेशान कर बाइक चोरी के मामले में फर्जी केस बनाने की बात कहकर परेशान किया जा रहा था।