MP Politics: ये वीडियो बताएगा Sagar बीना सीट से MLA निर्मला सप्रे की BJP सदस्य्ता की सच्चाई !
ये वीडियो 5 मई 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान का है। इसमें बीना में बीजेपी की हुई एक चुनावी सभा में कांग्रेस से चुनाव जीत कर आई बीना विधानसभा सीट से विधायक निर्मला सप्रे मुख्यमंत्री मोहन यादव के सामने बीजेपी की सदस्यता लेती दिख रही है- शॉट्स
अब जरा इस वीडियो को देखिये ये वीडियो भी 5 मई का है। सभा के बीजेपी जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया, मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत सहित बीजेपी के दूसरे नेताओ के साथ निर्मला सप्रे मीडिया के सामने आई और उन्होंने लता वानखेड़े जो की बीजेपी की उम्मीदवार थी उन्हें अपना प्रत्याशी कहते हुए जीत दिलवाने की जनता से अपील की साथ ही कहा जी उन्होंने कांग्रेस पार्टी का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है। - बाईट पुरानी वाली
इस सबके बाद से कांग्रेस लगातार निर्मला सप्रे से इस्तीफे की मांग कर रही है, लेकिन उनकी तरफ से अब तक इस्तीफा नहीं दिया गया है। कांग्रेस ने पिछले विधानसभा सत्र के दौरान निर्मला सप्रे और रामनिवास रावत के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष से सदस्यता रद्द करने के लिए शिकायत की थी। जिसके बाद रामनिवास रावत ने तो इस्तीफा दे दिया था, लेकिन निर्मला सप्रे ने इस्तीफा नहीं दिया था। अब जब विधानसभा अध्यक्ष को की गई शिकायत को 3 महीने बीत गए और कोई फैसला नहीं हुआ तो कांग्रेस के पास कोर्ट का रास्ता साफ हो गया था।
निर्मला सप्रे वैसे तो मीडिया में उनकी सदस्यता या इस्तीफे को लेकर बयान देने से बच रही है लेकिन जब भी उनसे सवाल पूछा जाता है, तो वो वक्त आने पर फैसला लेने की बात कहती रहीं है । हलाकि सप्रे बीजेपी दफ्तर पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होने भी कई बार जा चुकी है। अब सवाल ये उठता है तो फिर अब तक उन्होंने इस्तीफा क्यों नहीं दिया है।
इसकी वजह बताया जा रहा है उनकी बीजेपी जॉइन करने से पहले बीना को जिला बनाने शर्त है। क्योकि फिलहाल बीना को जिला बनाने का मामला अटका हुआ है। और यही बड़ी वजह है उनके इस्तीफे न देने की, उधर दूसरी तरफ अब जब उन्ही की तरह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले राम निवास रावत उपचुनाव में हार गए तो कही न कही उनके अंदर भी इसका डर जरूर बैठ गया है।
खैर निर्मला सप्रे ने भले ही कागजो में बीजेपी की सदस्यता ना ली हो लेकिन वो 5 मई 2024 को बीजेपी में शामिल हुई थी। इसको उन्होंने खुद मीडिया के सामने कबूल किया था। अब भले वो इस पर खामोश है या कुछ बोल नहीं रही है। ;लेकिन अब कोर्ट में उनको आज नहीं तो कल सब कुछ साफ़ करना ही होगा