Sagar- जाम में लगे लोगों ने किया ऐसा काम कलेक्टर-एसपी निगमायुक्त की उडी नींद
सागर शहर के कोतवाली से लेकर सराफा बाजार, श्रीराम चौक व चमेली चौक होते हुए मोतीनगर तिराहा तक लगने वाले ट्रैफिक जाम से आसपास के 15 वाडों के लोग हलाकान हैं। समस्या के निदान के लिए जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस को पत्र लिखे। जगह-जगह पोस्टर लगाए, लेकिन किसी पर कोई असर नहीं हुआ। समस्या जस की तस बनी हुई है। अब यहां के लोगों ने कोर्ट से न्याय की गुहार लगाई है।
इस मामले में सागर की स्थायी लोक अदालत में याचिका दायर की गई है। जिस पर कोर्ट ने कलेक्टर, एसपी, नगर निगम कमिश्नर और डीएसपी ट्रैफिक को नोटिस जारी कर जवाब पेश करने को कहा है। मामला इसलिए गंभीर है क्योंकि रोज सुबह और शाम यदि 8-8 मिनट भी ट्रैफिक जाम में फंसते हैं तो आपके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव के साथ समय और पैसों की बर्बादी भी हो रही है।
याचिका दायर करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता पवन नन्होरिया ने बताया कि सराफा से चमेली चौक तक का इलाका रोज और पल-पल लगने वाले ट्रैफिक जाम से सबसे अधिक प्रभावित है। एक साथ रोड के दोनों तरफ से एक-एक चार पहिया वाहन आने पर ही जाम लग जा रहा है। सुबह 9 बजे से रात्रि 10 बजे तक भारी जाम लग रहा है। मरीज समय पर अस्पताल, बच्चे स्कूल और अधिकारी-कर्मचारी कार्यालय नहीं पहुंच पा रहे। पूर्व में पुलिस व प्रशासन को कई बार पत्र लिखे गए, लेकिन इस समस्या का कोई निदान नहीं हुआ। बड़ा बाजार इलाके के रहने वाले हर्ष साहू, ऋषभ सिंघई, दिनेश सिंघई, अशोक साहू ने स्थायी लोक अदालत में याचिका लगाकर कोर्ट से इस समस्या के निराकरण के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देशित करने की मांग की है। अधिवक्ता नन्होरिया ने बताया कि कोर्ट ने जिम्मेदार अधिकारियों को नोटिस जारी कर 20 फरवरी 2025 तक जवाब मांगा है।
हालांकि ट्रैफिक जाम को लेकर प्रशासन जितना जिम्मेदार है लोगों को भी उतना ही जागरूक होने की जरूरत है छोटे-छोटे से काम के लिए फिर दो पहिया वाहन लेकर निकल पड़ते हैं जबकि सब्जी गुटका पान जैसी चीजों के लिए भी पैदल भी निकल सकते हैं