सागर-शराब ठेकेदार के लोगों ने घर में घुसे और फिर कहासुनी पुलिस थाने में शिक़ायत करने कोई नहीं आया
सागर जिले के बीना के खिमलासा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पथरिया जेगन गांव में शराब दुकान संचालक द्वारा गांव में अवैध शराब बेचने का विरोध करने पर ठेकेदार के कर्मचारियों ने एक महिला और उसके परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की है। महिला के परिजनों और ग्रामीणों ने एसडीओपी कार्यालय पहुंचकर कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है। पथरिया जेगन गांव निवासी कला बाई पति नंदराम आदिवासी (40) ने बताया कि मेरे घर के बाहर ही शराब रखने के लिए शराब ठेकेदार के लोग राज किरण पारदी के घर आए हुए थे।
वहीं मेरा छोटा बच्चा खेल रहा था तभी शराब रखने आए लोगों की कार मेरे बच्चे को टच हो गई। जिससे बच्चा घबरा गया। जब मैंने राज किरण पारदी से इसकी शिकायत की तो उसने 18 नवंबर की रात को खिमलासा की शराब दुकान से कुछ लोगों को बुला लिया। जिसमें दिनेश लिटेरिया, धर्मेन्द्र विश्वकर्मा सहित अन्य लोग शामिल थे। जब में अपने परिवार के साथ भोजन कर रही थी तभी यह लोग जबरन घर में घुस आए और घर के लोगों पर हमला कर दिया। मेरे भाई के साथ भी मारपीट की। घटना के बाद सभी लोग मौके से भाग गए। बीती रात भी शराब दुकान के कर्मचारी डराने और धमकाने के लिए गाड़ी से चक्कर लगाते रहे।
महिला कलाबाई आदिवासी ने बताया कि राज किरण अवैध शराब बेचने के साथ ही जंगली शिकार का काम भी करता है। महिला ने बताया कि इसके साथ सभी लोग मिलकर जंगल में शिकार करते हैं। शिकार के सभी हथियार इनके घर में रखे हुए हैं। जिसकी वजह से घर का माहौल पूरी तरीके से खराब हो रहा है। पुलिस को भी इसकी जानकारी है लेकिन वह भी कोई कार्रवाई नहीं करती है। किसान नेता इंदर सिंह ठाकुर ने बताया कि शराब दुकान वाले गांव में अवैध रूप से शराब रखने के लिए आते हैं। गांव में अवैध शराब रखने आने वाले लोगों के कारण आदिवासी समाज के लोग काफी दहशत में हैं।
यह लोग आदिवासियों के साथ मारपीट भी करते हैं। महिला ने बताया है कि खिमलासा पुलिस के जवान इनसे मिलकर जंगली शिकार करते हैं और पुलिस वालों को भी खिलाते हैं। पुलिस वाले ही अपराध कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर कार्रवाई होना चाहिए। खिमलासा थाना प्रभारी नितिन पाल ने बताया कि पुलिस थाने में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। कोई भी शिकायत करने थाने आता है तो कैमरे की नजर से नहीं छुप सकता है। महिला के घर यदि कोई घटना हुई है तो वह थाने क्यों नहीं आई है। इस तरह की महिला ने कोई शिकायत नहीं की है। महिला ने जो पुलिसकर्मियों पर जंगली शिकार में आरोपी का साथ देने का आरोप लगाया है वह भी झूठा है। महिला के द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं।