सागर में पहली बार चांपा की प्रसिद्ध कोसा सिल्क साड़ियां,जानिए क्या हैं इनकी खासियत | sagar tv news |
सागर जिले में पहली बार छत्तीसगढ़ के चांपा की प्रसिद्ध कोसा सिल्क की साड़ियों की प्रदर्शनी लगाई जा रही है, चांपा नगर का कोसा सिल्क पूरी दुनिया में अपने खास टेक्स्चर के लिए जाना जाता है। यह बेहद मजबूत होता है और पूरी दुनिया में अपने नर्म कपड़े के लिए जाना जाता है। यह सिल्क के सबसे शुद्ध प्रकारों में गिना जाता है। इसकी खासियत इसके रंग हैं। जिसे पलाश, लाख और गुलाब की पंखुड़ियों से बने रंगों से डाई किया जाता है।
दरअसल डॉ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर महिला क्लब द्वारा 21 और 22 अक्टूबर को दो दिवसीय गौर उत्सव मेला का आयोजन किया जा रहा है। मेला आचार्य शंकर भवन, विश्वविद्यालय परिसर भवन में आयोजित होगा। इसका शुभारंभ क्लब की संरक्षिका कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता करेंगी । महिला क्लब की अध्यक्ष ओमिका सिंह, सचिव सरोज आनंद, सह सचिव अनुराधा उपाध्याय, कोषाध्यक्ष अंजली भागवत, सदस्य कल्पना शर्मा, कीर्ति रा, उस्मानी शर्मा और श्वेता जैन ने मीडिया को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मेले का उद्देश्य उन कृतियों तक पहुंचना है जो अछूती हैं। इसके साथ ही वंचित वर्ग की चैरिटी के माध्यम से कुछ मदद की जा सके। उन्होंने बताया कि मेले मे 20 से 40 स्टॉल के लगने की संभावना है। जिसमें छग चांपा की प्रसिद्ध कोसा साडी के स्टॉल, कलाकृतियों के स्टॉल, अलग-अलग तरह के मंदिरो के स्टॉल, दीपावली के लिए उपयुक्त सामानो के स्टॉल, फूड - स्टॉल, रेडीमेड कपड़ों के स्टॉल, चूडी/कंगन/झुमकों का स्टॉल, पर्स का स्टॉल आदि रहेंगे।